क्या होना चाहिए तीसरी तिम ...
तीसरी तिमाही प्रेग्नेंसी का आखिरी और सबसे महत्वपूर्ण समय होता है। इसमें महिलाओं को कई तरह की शारीरिक व मानसिक चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। इस अवधि में शरीर में होने वाले कई बदलावों की वजह से गर्भवती को काफी परेशानी भी उठानी पड़ती है। इन सब चुनौतियों से निपटने के लिए तीसरी तिमाही में काफी सावधानी बरतने की जरूरत होती है। इसमें भी सबसे अहम है आहार संबंधी सावधानी। दरअसल आहार से ही मां और शिशु दोनों स्वस्थ रह सकते हैं। आइए जानते हैं कि इस समय अवधि में किसी तरह का आहार लेना चाहिए और किससे परहेज करना चाहिए।
इस समय में शिशु का विकास तेजी से होता है और उसके शरीर में चर्बी बनती है। ऐसे में जरूरी है कि आप ऐसे आहार का सेवन करें जो उसे ऊर्जा दे सके। अच्छा आहार लेने से न सिर्फ शिशु बल्कि आपको भी फायदा होगा। आइए जानते हैं कि गर्भावस्था की तीसरी तिमाही में किस तरह का आहार लेना चाहिए।
जैसा कि आप ऊपर पढ़ चुके हैं कि तीसरी तिमाही कितना महत्वपूर्ण है। ऐसे में आपको खुद का व अपने आहार का विशेष ध्यान रखना जरूरी है। गलत खान-पान आपको नुकसान पहुंचाएगा। ऐसे में जरूरी है कि आप इस अवस्था में कुछ आहार का परहेज करें। जिन आहारों का सेवन आपको इस दौरान नहीं करना चाहिए, वह इस प्रकार हैं।
क्योंकि तीसरी तिमाही आपकी प्रेग्नेंसी का अंतिम दौर है, इसलिए इसमें आपको सभी प्रकार की सावधानी बरतनी चाहिए। खासकर आहार संबंधी सावधानी तो अतिआवश्यक है। इससे आपका बच्चा व आप स्वस्थ रहेंगे।
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