गर्भावस्था की पहली तिमाही ...
प्रेग्नेंसी की पहली तिमाही (First Trimester) का मतलब फर्स्ट ट्राईमेस्टर। यह अवधि कई मायनों में खास होती है। गर्भधारण के बाद शुरुआत का यह चरण गर्भवती के साथ-साथ उसके परिवार वालों के लिए भी खुशी भरा होता है। यहीं से बच्चे का इंतजार शुरू हो जाता है। पर इस खुशी के इस समय में आपको अपहने खान-पान पर खास ध्यान देने की जरूरत होती है। दरअसल यहीं से बच्चे का सफर शुरू होता है। अगर आप पौष्टिक आहार लेंगी तो आपके साथ-साथ पेट में पल रहा बच्चा भी स्वस्थ रहेगा। उसका विकास ठीक से होगा और हेल्दी बच्चा पैदा होगा। इस ब्लॉग में हम आपको बताएंगे कि आखिर कैसा हो पहली गर्भवस्था तिमाही में आपका आहार। [इसे भी पढ़ें - कैसा होना चाहिए दूसरी तिमाही के लिए प्रेगनेंसी आहार ?]
गर्भवस्था की पहली तिमाही (First Trimester) गर्भस्थ शिशु और गर्भवती महिला दोनें के लिए ही महत्वपूर्ण होती है। इस दौरान पौष्टिक आहार का सेवन करने से गर्भावस्था की जटिलताएं कम होती हैं और गर्भपात का भी डर नहीं रहता है, जबकि आहार में लापरवाही बरतने से गर्भ में पल रहे शिशु को भी नुकसान पहुंच सकता है। आइए बात करें कि आपको क्या खाना चाहिए। [जरूर पढ़ना चाहिए - कैसा होना चाहिए गर्भवती महिला का खान पान?]
इस अवस्था में अच्छे आहार का सेवन व खराब आहार से दूर रहना बहुत जरूरी होता है। असंतुलित आहार लेने से शरीर में प्रेग्नेंसी से जुड़ी कई दूसरी जटिलताएं भी हो सकती हैं। इसलिए कुछ खाने वाली चीजों से दूर ही रहें। आइए जानते हैं कि आपको किस तरह के आहार से परहेज करना चाहिए।
पहली तिमाही में बच्चे का विकास मां पर निर्भर होता है। मां जो खाएगी उससे भ्रूण भी प्रभावित होगा। ऐसे में इस अवस्था में पौष्टिक आहार का सेवन जरूरी है। पौष्टिक आहार के सेवन से गर्भावस्था की जटिलताएं कम होती हैं और गर्भपात का भी डर नहीं रहता है।
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