1. क्या होता है सर्वाइकल कैं ...

क्या होता है सर्वाइकल कैंसर और इससे बचाव के क्या उपाय हैं?

All age groups

Prasoon Pankaj

802.6K बार देखा गया

11 months ago

क्या होता है सर्वाइकल कैंसर और इससे बचाव के क्या उपाय हैं?
रोग प्रबंधन और खुद की देखभाल
चिकित्सा
सुरक्षित सेक्स

सोशल मीडिया व मेनस्ट्रीम मीडिया में एक्ट्रेस पूनम पांडे की मौत को लेकर एक अफवाई फैलाई गई। बाद में इसका खुलासा तब हुआ जब पूनम पांडे ने खुद अपने सोशल मीडिया के माध्यम से वीडियो जारी कर कहा कि वो जिंदा है और लोगों के बीच में सर्वाइकल कैंसर के प्रति जागरुकता बढ़ाने के लिए उसने इस तरह की ड्रामा किया। इस पूरे मामले को कतई उचित नहीं ठहराया जा सकता है और इंटरनेट पर तमाम लोग इस वाकये की घोर निंदा कर रहे हैं। वो कहते हैं ना कि बुराई में भी अच्छाई खोजी जा सकती है तो कुल मिलाकर बस एक ही बात सामने आई है कि सर्वाइकल कैंसर के खतरे को कम करके नहीं आंकना चाहिए और समय पर टीकाकरण करा लेने और किसी प्रकार के लक्षण नजर आने पर तत्काल डॉक्टर से संपर्क करने पर इस बीमारी से बचाव बिल्कुल संभव है। इस ब्लॉग में हम आपको विस्तार से बताने जा रहे हैं कि सर्वाइकल कैंसर के लक्षण व बचाव के क्या उपाय हो सकते हैं। 

क्या है सर्वाइकल कैंसर

More Similar Blogs

    सर्वाइकल कैंसर सर्विक्स की लाइनिंग, यानी यूटरस के निचले हिस्से को प्रभावित करता है. सर्विक्स की लाइनिंग में दो तरह की कोशिकाएं होती हैं- स्क्वैमस या फ्लैट कोशिकाएं और स्तंभ कोशिकाएं. गर्भाशय ग्रीवा के क्षेत्र में जहां एक सेल दूसरे प्रकार की सेल में परिवर्तित होती है, उसे स्क्वेमो-कॉलमर जंक्शन कहा जाता है. यह ऐसा क्षेत्र है, जहां कैंसर के विकास की सबसे अधिक संभावना रहती है. गर्भाशय-ग्रीवा का कैंसर धीरे-धीरे विकसित होता है और समय के साथ पूर्ण विकसित हो जाता है.

    सर्वाइकल कैंसर (Cervical Cancer) से जुड़े आंकड़ों पर डाल लें नजर

    INTERNATIONAL JOURNAL OF INNOVATIVE RESEARCH & DEVELOPMENT की एक रिपोर्ट के मुताबिक दुनिया भर में सर्वाइकल कैंसर से हर 2 मिनट में एक महिला की मौत हो जाती है।

    •  सर्वाइकल कैंसर के मामले में भारत चौथे स्थान पर है। सर्वाइकल कैंसर दुनिया भर में महिलाओं में सबसे आम कैंसर में से एक है।ग्रामीण क्षेत्र में, गर्भाशय ग्रीवा का कैंसर अभी भी महिलाओं में नंबर 1 कैंसर बना हुआ है 

    • आंकड़े बताते हैं कि 15 से 44 वर्ष की आयु में भारतीय महिलाओं में कैंसर से होने वाली मौत का दूसरा सबसे आम कारण गर्भाशय-ग्रीवा या सर्वाइकल कैंसर के रूप में उभरा है. अगर समय पर इलाज शुरू हो जाए, तो इस रोग से मुक्ति पाई जा सकती है.

    • भारत में ग्रीवा कैंसर के लगभग 1,22,000 नए मामले सामने आते हैं, जिसमें लगभग 67,500 महिलाएं होती हैं. कैंसर से संबंधित कुल मौतों का 11.1 प्रतिशत कारण सर्वाइकल कैंसर ही है. यह स्थिति और भी खराब इसलिए हो जाती है कि देश में मात्र 3.1 प्रतिशत महिलाओं की इस हालत के लिए जांच हो पाती है, जिससे बाकी महिलाएं खतरे के साये में ही जीती हैं.

    सर्वाइकल कैंसर कई प्रकार के होते हैं, जिनका वर्गीकरण इस आधार पर किया जाता है कि वे गर्भाशय ग्रीवा में कहां विकसित होते हैं। कैंसर जो विकसित होता है एक्टोसर्विक्स को स्क्वैमस सेल कार्सिनोमा कहा जाता है, और लगभग 80-90% सर्वाइकल कैंसर के मामले (भारत में 90% से अधिक) इसी प्रकार के होते हैं। एंडोसर्विक्स में विकसित होने वाले कैंसर को एडेनो कार्सिनोमा कहा जाता है। 

    सर्वाइकल कैंसर होने के मुख्य कारण क्या होते हैं?

    सर्वाइकल कैंसर के विकास का मुख्य कारण ह्यूमन पैपिलोमा वायरस (एचपीवी) संक्रमण है। एचपीवी एक यौन संचारित रोग है, एचपीवी संक्रमण विभिन्न प्रकार के होते हैं जैसे एचपीवी 16, 18, 31, 33, 35, 52 और 58। इनमें से एचपीवी 16 और एचपीवी 18 हैं। 

    • मौखिक गर्भ निरोधकों का उपयोग

    •  5 वर्षों से अधिक समय तक निर्बाध कॉपर-टी का उपयोग

    •  यौन संचारित संक्रमण, एचआईवी संक्रमण

    • धूम्रपान 

    • तम्बाकू चबाने

    •  जननांग मस्से

    •  खराब स्वच्छता की स्थिति

    •  प्रजनन पथ में संक्रमण

    •   फलों और सब्जियों के कम सेवन के कारण

     सर्वाइकल कैंसर के प्रमुख लक्षण 

    सर्वाइकल कैंसर के मुख्य रूप से 4 लक्षण होते हैं।

    1. रक्तस्राव: अनियमित रक्तस्राव, मासिक धर्म के बीच रक्तस्राव, सहवास के बाद रक्तस्राव, रजोनिवृत्ति के बाद रक्तस्राव, शौच और मूत्रत्याग जैसे तनाव।

    2. ल्यूकोरिया: महिलाओं में अत्यधिक सफेद योनि स्राव, कभी-कभी यह खून से सना हुआ या आक्रामक हो सकता है।

    3. कैचेक्सिया: यह अत्यधिक दुर्बलता की स्थिति है। रोगी की त्वचा क्षीण हो जाती है, मांसपेशियों के तेजी से नष्ट होने, धँसी हुई आँखें, पीली श्लेष्मा झिल्ली, एनीमिया, भूख न लगना आदि के कारण ढीला और झुर्रीदार होना

    4. दर्द: दर्द लगभग हमेशा देर से आने वाला लक्षण होता है। घुटने का दर्द, पैर और पीठ का दर्द

    5. अन्य लक्षण: देर से मामलों में उत्पन्न होते हैं और इसमें दर्दनाक और बार-बार पेशाब आना, मूत्र का असंयम, जैसे लक्षण शामिल होते हैं। योनि स्राव के कारण दर्दनाक शौच और खुजली।

    सर्वाइकल कैंसर की जांच के लिए तीन सामान्य तरीकों का उपयोग किया जाता है, ये हैं

    1. दृश्य निरीक्षण परीक्षण

    2. पैप्स्मीयर परीक्षण

    3. कोल्पोस्कोपी

    7.1. दृश्य निरीक्षण परीक्षण

    सर्वाइकल कैंसर से बचाव के लिए क्या उपाय आजमाएं?

    • स्क्रीनिंग: डब्ल्यूएचओ के मुताबिक 30 से 49 वर्ष की आयु की महिलाओं की स्क्रीनिंग कराने की सलाह देता है। हर 3-5 साल में पारंपरिक पीएपी स्मीयर परीक्षण द्वारा कराने का सुझाव भी दिया गया है।

    • वैक्सीन: उच्च जोखिम वाले एचपीवी वायरस के खिलाफ टीके भी उपलब्ध हैं। अधिकतम प्रतिरक्षा प्राप्त करने के लिए स्कूल जाने वाली लड़कियों को 13 खुराक दी जाएंगी।. स्क्रीनिंग कार्यक्रम और टीकाकरण दोनों के एकीकरण से गर्भाशय ग्रीवा के कैंसर के खतरे को कम किया जा सकता है।

    • बेहतर स्वच्छता, संभोग के दौरान अवरोधक गर्भ निरोधकों का उपयोग, एकाधिक यौन साझेदारों से बचें, परहेज करें धूम्रपान कुछ सरल कदम हैं जो कैंसर को होने से रोकेंगे। 

    Interim Budget 2024 को प्रस्तुत करने के दौरान वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने ऐलान किया है कि सर्वाइकल कैंसर की रोकथाम के लिए 9-14 साल की लड़कियों का मुफ्त टीकाकरण अभियान शुरू किए जाएंगे. इस अभियान की शुरुआत मिशन 'इंद्रधनुष' के अंतर्गत किया जाएगा। सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII)  सर्वाइकल कैंसर  को रोकने के लिए Cervavac नाम का टीका बनाएगा, HPV के चार उपभेदों - 16, 18, 6 और 11 से सुरक्षा प्रदान करता है। SII के सीईओ अदर पूनावाला ने पहले ही कहा था कि वैक्सीन की कीमत 200-400 रुपये पर डोज होगी।

    एक्सपर्ट बताते हैं कि सर्वाइकल कैंसर एकमात्र महिला कैंसर है जिसे न केवल पूरी तरह से रोका जा सकता है बल्कि शुरुआती चरण में इसका इलाज भी संभव है। जरूरत इस बात की है कि इसके लिए हमें ज्यादा से ज्यादा जागरुकता फैलाने की आवश्यकता है।

    Be the first to support

    Be the first to share

    support-icon
    Support
    bookmark-icon
    Bookmark
    share-icon
    Share

    Comment (0)

    Related Blogs & Vlogs

    3 Summer Veg & Non-Veg Recipes Ideas for Kids

    3 Summer Veg & Non-Veg Recipes Ideas for Kids


    All age groups
    |
    60.8K बार देखा गया
    When is a Child ready for a Pet?

    When is a Child ready for a Pet?


    All age groups
    |
    2.2M बार देखा गया
    Celebrating Independence at 65

    Celebrating Independence at 65


    All age groups
    |
    11.4M बार देखा गया