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क्या होना चाहिए दूसरे महीनें में गर्भावस्था आहार प्लान (प्रेगनेंसी डाइट चार्ट)?

Pregnancy

Prasoon Pankaj

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5 years ago

क्या होना चाहिए दूसरे महीनें में गर्भावस्था आहार प्लान (प्रेगनेंसी डाइट चार्ट)?

आप गर्भावस्था के दूसरे महीने में प्रवेश कर चुकी हैं। इस समय में आप को अपने खानपान का सबसे अधिक ख्याल रखना है, हालांकि कई परिस्थितियों में आपको खाना खाने की इच्छा नहीं होगी लेकिन फिर भी आपको पोषण से भरपूर आहार लेना अनिवार्य है। जैसा कि आपके डॉक्टर ने भी सुझाव जरूर दिया होगा कि प्रेग्नेंसी के शुरुआती 3 महीनों में आपको बहुत ख्याल रखने की आवश्यकता है। दरअसल होता ये है कि कई बार हम अज्ञानतावश कुछ ऐसे खाद्य पदार्थ भी खा लेते हैं जो इस समय में नुकसानदेह साबित हो सकता है। तो चलिए आज हम आपको इस ब्लॉग में बताते हैं कि प्रेग्नेंसी के दूसरे महीने में आपको क्या खाना चाहिए और क्या नहीं खाना चाहिए।

क्या होना चाहिए 2 मंथ प्रेगनेंसी आहार प्लान या डाइट चार्ट/ What Food to Eat or Avoid in Second Month of Pregnancy in Hindi 

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    गर्भावस्था के दूसरे महीने(second month pregnancy) में किस तरह के खाद्य पदार्थ को अपने डाइट चार्ट में जरूर शामिल करें और किनसे परहेज करें। चलिए आज हम आपको इस ब्लॉग में बताते हैं कि प्रेग्नेंसी के दूसरे महीने में आपको क्या खाना चाहिए और क्या नहीं खाना चाहिए।​ ये जानना बहुत जरूरी है कि प्रेग्नेंसी के दूसरे महीने में किस तरह के खाद्य पदार्थ को अपने गर्भावस्था डाइट चार्ट में जरूर शामिल करें और किनसे परहेज करें।

    गर्भावस्था के दूसरे महीने में क्या खाएं? / What to Eat in Second Month of Pregnancy in Hindi

    आप इस बात को मानकर चलें कि प्रेग्नेंसी में आपके खानपान(pregnancy diet plan) के ऊपर ही आपके शिशु का विकास निर्भर करता है। अगर आपका खानपान संतुलित एवं पोषक तत्वों से भरपूर रहेगा तो आपका होने वाला शिशु भी तंदरुस्त और स्वस्थ पैदा होगा।

    • कीवी - प्रेग्नेंसी के दूसरे महीने में कीवी आपको अपने आहार में जरूर शामिल कर लेना चाहिए। विटामिन सी से भरपूर कीवी में पर्याप्त मात्रा में एंटी ऑक्सीडेंट मौजूद होते हैं जो आपको प्रेग्नेंसी के दौरान होने वाले संक्रमण से सुरक्षित रखने में मदद करते हैं। इसके अलावा कीवी में भरपूर मात्रा में फाइबर भी मौजूद होता है। फाइबर की वजह से शरीर का पाचन तंत्र सही रहता है और कब्ज की समस्या भी नहीं रहती है। जहां तक गर्भ में पल रहे भ्रूण की बात है तो इस समय में न्यूरल ट्यूब विकसित होने शुरु हो जाते हैं। इसलिए प्रेग्नेंसी के दूसरे सप्ताह में आपका डाइट पर ध्यान देना बहुत ज्यादा आवश्यक है।
       
    • फॉलिक एसिड - प्रेग्नेंसी के शुरुआती 3 महीनों में आपको फॉलिक एसिड से युक्त आहार जरूर लेना चाहिए। फॉलिक एसिड होने वाले शिशु के न्यूरल ट्यूब को विकसित करने में महत्वपूर्ण योगदान करता है। फॉलिक एसिड के मुख्य स्रोत(folic acid food sources) हैं..
      • दाल और दलहन (मसूर, अरहर/तुअर, हरी मूंग और छिलके वाली उड़द दाल आदि)
      • छोले
      • लोबिया
      • ब्रोकली जिसको हरी गोभी के रूप में भी जाना जाता है
      • राजमा
      • पालक
      • सोया
      • तिल के बीज
      • सूजी
      • अनार
      • हरी मटर
      • साबुत अनाज के फ्लेक्स
      • अखरोट
    • आयरन युक्त आहार - प्रेग्नेंसी के इन दिनों में आपको आयरन से भरपूर आहार जरूर लेना चाहिए। आयरन की कमी के चलते थकान और एनीमिया की समस्या का भी सामना करना पड़ सकता है। ये हैं आयरन से भरपूर खाद्य पदार्थ(Iron-rich foods list).. 
      • चुकंदर
      • तुलसी
      • पालक
      • अनार
      • अमरूद
      • सूखे मेवे
      • अनाज
      • सब्जियां
    • कैल्शियम - क्या आप जानती हैं कि गर्भावस्था के दूसरे महीने से ही आपके गर्भ में पल रहे शिशु की हड्डियां बननी शुरू हो जाती है। तो इसलिए ये बेहद जरूरी है कि आप कैल्शियम युक्त आहार का जरूर सेवन करें।​ ये हैं​ कैल्शियम युक्त आहार (Calcium-rich foods list)
      • दूध
      • पनीर
      • हरी पत्तेदार सब्जियां
      • हागी
      • बादाम
      • टमाटर
      • अंजीर
      • ब्रोकली
      • तिल
      • सोयाबीन
      • ताजी दही
      • संतरा
      • आंवला
    • प्रोटीन - गर्भावस्था के दौरान आपको अपने खाने में प्रोटीन युक्त आहार जरूर लेना चाहिए क्योंकि प्रोटीन आपके शरीर को भरपूर ऊर्जा प्रदान तो करता ही है इसके साथ ही आप खुद को स्वस्थ भी महसूस करेंगी। ये हैं प्रोटीन से भरपूर भारतीय आहार (Protein-rich indian foods list)
      • दाल- प्रोटीन का सबसे प्रमुख स्रोत माना जाता है दाल। 
      • आंटा
      • हरी सब्जियां
      • दूध
      • ताजी दही
      • राजमा व लोबिया
      • अंडा
      • ड्राई फ्रूट्स
      • चिकन
      • मछली

    प्रेग्नेंसी के दूसरे महीने में क्या नहीं खाना चाहिए? / Foods to Avoid During Second Month of Pregnancy in Hindi

    एक अहम बात और, नीचे दिए गए खाद्य पदार्थ का सेवन प्रेगनेंसी(गर्भावस्था) में आपके लिए नुकसानदेह साबित हो सकता है भले ही वह कितना भी पोषक क्यों ना हो। इन फलों को लेने से पहले अपने डॉक्टर से अवश्या सलाह लें । जरूर जानें

    • मीट स्प्रेड - प्रेग्नेंसी के दौरान आपको मीट स्प्रेड लीस्टीरिया जैसै खाद्य पदार्थों का बिल्कुल सेवन नहीं करना चाहिए क्योंकि इसका सीधा प्रभाव आपके होने वाले शिशु पर परता है।
       
    • सॉफ्ट चीज, रूक्फोर्ट और कंबर्ट जैसे खाद्य पदार्थों से भी आपको दूरी बनाकर रखनी चाहिए। क्योंकि इस तरह के खाद्य पदार्थों में ई कोली बैक्टीरिया मौजूद होते हैं और इनको खाने से कई तरह के संक्रमण होने की संभावना बनी रहती है।  
       
    • अंडा खा सकती हैं लेकिन उबला हुआ अंडा ही खाएं। कच्चा अंडा बिल्कुल नहीं खाएं।
       
    • बासी खाने या पैक्ड फूड से परहेज करें। घर में बनी हुआ ताजा खाना आपके लिए सबसे अच्छा विकल्प हो सकता है।
       
    • अल्कोहल और स्मोकिंग से आपको इन दिनों से पूरी तरह  परहेज रखना चाहिए।

     

    एक और अहम बात कि किसी भी खाद्य पदार्थ का अत्यधिक मात्रा में सेवन करना आपके लिए नुकसानदेह साबित हो सकता है भले ही उसमें कितने भी पोषक तत्व क्यों ना मौजूद हों। इसलिए ये आपके लिए जरूरी है कि अपने डॉक्टर की सलाह के मुताबिक किस पोषक तत्व को कितनी मात्रा में लेना चाहिए इसका भी ख्याल आपको रखना है। बस इन्हीं कुछ बातों का ध्यान रखें और सकारात्मक ऊर्जा के संग अपने प्रेग्नेंसी के सुहाने सफर को जारी रखें। विश्वास रखें कि आगे आपके जीवन में सबकुछ बेहतर होने वाला है।

     

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