सुबह या शाम कब करें प्रेग ...
मीठी को कुछ दिनों से अच्छा महसूस नहीं हो रहा था। उसे खाने में भी स्वाद नहीं आ रहा आता और हर समय थकान महसूस हो रही थी। एक दिन सुबह- सुबह उसे चक्कर से आने लगे और वह हांफने लगी। यह तो अच्छी बात है कि उस सुबह वह अपनी दीदी के यहां थी, जिसने उसे आराम करने के लिए कहने के साथ ही यह भी पूछा कि उसके पीरियड्स कितने लेट चल रहे हैं। जैसे ही मीठी ने बताया कि उसके पीरियड्स के दिन निकल चुके हैं, वैसे ही दीदी ने कहा कि उसे प्रेगनेंसी टेस्ट कर लेना चाहिए। मीठी ने तुरंत ही प्रेगनेंसी टेस्ट करने पर जोर दिया लेकिन उसकी दीदी ने उसे धीरज धरने को कहा। साथ ही उसे यह कहा कि सुबह- सुबह प्रेगनेंसी टेस्ट करना सही रहता है। अब मीठी को समझ नहीं आया कि इसमें अंतर क्या है! अगर वह प्रेगनेंट है तो सुबह टेस्ट करे या शाम को या दोपहर को, टेस्ट तो पॉजिटिव ही आनी चाहिए। लेकिन मीठी के इस सवाल का जवाब उसे अपनी मां से मिला, जिनसे मीठी ने फोन पर बात की।
प्रेगनेंसी की खबर हर लड़की की जिंदगी का एक खुशनुमा पल होता है, जिसके मिलने पर उसका अंदर कई तरह के सवाल जन्मने लगते हैं। लेकिन सबसे पहला सवाल यही आता है कि कौन सा समय प्रेगनेंसी टेस्ट के लिए सही रहेगा! इस बारे में लेकर कई तरह के भ्रम हैं, जिनका निवारण आज आपको इस आर्टिकल में मिलेगा।
कई दफा ऐसा होता है कि पीरियड मिस किए बिना ही महिलाएं प्रेगनेंसी टेस्ट करना चाहती है। ऐसा इसलिए क्योंकि वे हर महीने दिल थामे अपने प्रेगनेंट होने का इन्तजार करती हैं। लेकिन यह तरीका सही नहीं है। कई बार ऐसा होता है कि आप प्रेगनेंट हैं लेकिन समय से पहले टेस्ट कराने से रिजल्ट निगेटिव आ जाता है। अगर आपके पीरियड के साइकल अनियमित हैं या अपने कैलेंडर में अपने पीरियड्स की तारीख मार्क करके नहीं रखी है तो आप तब तक टेस्ट न कराएं जब तक कि आप अपना सबसे लंबा मेनस्ट्रूअल साइकल ना पार कर लें। उदाहरण के लिए, यदि आपकी पीरियड का साइकल 30 दिनों का रहता है तो 37वें दिन या उसके बाद ही प्रेगनेंसी टेस्ट करना सही रहता है। कई रिसर्च और स्टडीज बताते हैं कि हर 100 में से 10- 20 महिलाओं को उस दिन पॉजिटिव प्रेगनेंसी टेस्ट रिजल्ट नहीं मिलता है, जो उनकी सोच के अनुसार उनके मिस्ड पीरियड के बाद वाला दिन होता है, भले ही वे प्रेगनेंट हों।
मीठी की तरह आप में से कई महिलायें सोचती होंगी कि भला इससे दिन के समय का क्या लेना- देना! लेकिन यह काफी हद तक सच है कि प्रेगनेंसी टेस्ट और उसे करने के लिए चुना गया समय महत्व रखता है। आपको सुबह के समय उठते ही ज्यादा सटीक रिजल्ट मिलता है। ऐसा तब और ज्यादा होता है जब आपका पीरियड अब तक लेट नहीं हुआ है या कुछ ही दिन लेट हुआ है। घर पर किए जाने वाले प्रेगनेंसी टेस्ट में आपके पेशाब में ह्यूमन कोरिओनिक गोनाडोट्रोफिन (एचसीजी) नामक हार्मोन के डिटेक्ट होने से प्रेगनेंसी का पता चलता है। ये हार्मोन फर्टिलाइज एग के गर्भाशय के बाहर आने पर ही बनते हैं। अगर आप रात में पेशाब के लिए नहीं उठती हैं या रात भर पानी पीती रहती हैं तो सुबह जागें पर आपका पेशाब अधिक कॉन्सेन्ट्रेटेड रहता है। इसका मतलब यह हुआ कि एचसीजी के ज्यादा रहने से आपको पॉजिटिव रिजल्ट मिलने के ज्यादा चांसेज रहते हैं, अगर आप प्रेगनेंट हैं तो!
सिर्फ पीरियड्स के लेट होने से ही नहीं, बल्कि अन्य कई कारण भी हैं, जिनकी वजह से आप महसूस कर सकती हैं आपको प्रेगनेंसी है। जैसा कि मीठी को कुछ दिनों से थकान महसूस हो रहा था और खाने में स्वाद नहीं आ रहा था। ये लक्षण हैं –
यह बात अलग है कि आपको प्रेगनेंसी के रिजल्ट से खुशी मिलती है या अच्छा नहीं लगता है, लेकिन यह तो सौ फीसद सच है कि प्रेगनेंसी के लक्षण का मतलब यह नहीं है कि आप प्रेगनेंट ही हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि प्रेगनेंसी वाले लक्षण अमूमन ऑवूलेशन और आपके पीरियड्स के बीच मौजूद रहते हैं। इसके सही जांच के लिए सही समय पर प्रेगनेंसी टेस्ट करना जरूरी है, वरना रिजल्ट गलत भी आ सकते हैं।
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