ओमिक्रोन के वेरिएंट BF.7 ...
चीन में कोरोना के लगातार बढ़ रहे मामले को देखते हुए अब अपने देश में स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से एलर्ट जारी कर दिए गए हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया की अध्यक्षता में बुधवार को कोविड समीक्षा बैठक भी हुई। इन सबके बीच भारत में भी एक चिंता बढ़ाने वाली खबर सामने आई है। हम आपको बता दें की चीन में एक बार फिर कोरोना के बिगड़ते हालात के लिए ओमिक्रॉन का सबवैरिएंट BF.7 को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है। वहीं, दूसरी तरफ ओमिक्रॉन का सबवैरिएंट BF.7 के तीन मामले भारत में भी पाए गए हैं। जानकारी के मुताबिक, गुजरात जैव प्रौद्योगिकी अनुसंधान केंद्र द्वारा अक्तूबर में भारत में BF.7 के पहले मामले का पता चला था। उन्होंने कहा कि अब तक गुजरात से दो मामले सामने आए हैं जबकि ओडिशा से एक मामला सामने आया है।
अब तक मिल रही जानकारियों के मुताबिक BF.7, Omicron वैरिएंट BA.5 का एक सब-वेरिएंट है।
अब तक मिल रही रिपोर्ट्स के मुताबिक BF.7 वेरिएंट इंसान के श्वसन तंत्र के ऊपरी हिस्से को संक्रमित करता है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के निर्देशों के मुताबिक अगर आप भीड़भाड़ वाली जगह या घर के अंदर या बाहर हैं तो मास्क का इस्तेमाल करें। जिन लोगों ने अभी तक बूस्टर डोज नहीं लगवाई है, वे जल्द से जल्द इसे लगवाएं, ताकि कोरोना को फैलने से रोका जा सके। अब तक अपने देश में मात्र 27 से 28 फीसदी लोगों ने बूस्टर डोज ली है। खास तौर से वरिष्ठ नागरिकों से अपील की गई है कि वे बूस्टर डोज अवश्य लगवा लें।
सरकार की तरफ से ये भी कहा गया है कि अब निगरानी बढ़ाई जाएगी। हालांकि क्रिसमस,नए साल और त्योहारों पर कोई रोक नहीं लगेगी। सरकार अब इसको लेकर हर हफ्ते इस मामले पर मीटिंग करेगी और स्थिति की समीक्षा कर, उसी हिसाब से एडवाइजरी जारी करेगी.
आयुष मंत्रालय ने इम्यूनिटी को बढ़ावा देने के उपायों के साथ ही घर में धूमन का प्रयोग करने की भी सिफारिश की है। आयुष मंत्रालय के मुताबिक पहले लोग मच्छर बैक्टीरिया या वायरस इत्यादि से बचाव के लिए इस तरह के उपाय अपनाते थे।
आयुष मंत्रालय ने मानसिक स्वास्थ्य का भी ख्याल रखने पर जोर दिया है।
आसानी से पचने वाले आहार जैसे कि मूंग दाल, हरा चना, खिचड़ी, मूंग की दाल का सूप जैसे खाद्य पदार्थों का सेवन करने का सुझाव दिया गया है।
योग को जीवनशैली में शामिल करने का सलाह दिया गया है। योगासन, प्राणायाम और ध्यान कम से कम आधे घंटे नियमित रूप से करें
इस मौसम में गर्म पानी का ज्यादा से ज्यादा सेवन करें
खाना बनाने के दौरान हल्दी, जीरा, धनिया और लहसुन का प्रयोग अवश्य करें
सुबह की शुरुआत च्यवनप्राश से करें और अगर आप डाइबेटिक हैं तो शुगर फ्री च्यवनप्राश खा सकते हैं
हर्बल टी या काढ़ा का सेवन करें। तुलसी, दालचीनी, काली मिर्च, अदरक और मुनक्का को एक साथ पानी में उबाल लें और फिर इसको छानकर पीएं। दिन में 1 से 2 बार इस काढ़ा का सेवन कर सकते हैं।
गोल्डन मिल्क का सेवन प्रतिदिन करें। दूध में हल्दी मिलाकर पीने से इम्यूनिटी बढती है।
तिल का तेल, नारियल का तेल या देसी धी अपने नाकों में लगाएं। नहाने के बाद या सोने से पहले ऐसा कर सकते हैं।
एक चम्मच तिल का तेल या नारियल का तेल मुंह में लें और इसको पूरे मुंह के अंदर अच्छी तरह घुमाएं। 2 से 3 मिनट ऐसा करने के बाद इस तेल को थूक दें और फिर गुनगुने पानी से कुल्ला कर लें।
अगर खांसी की समस्या है तो पुदीने की पत्तियां और अजवाइन को मिलाकर उबाल लें और फिर इसका भाप लें।
लौंग का पाउडर, शहद या चीनी को मिलाकर दिन में 2 से 3 बार सेवन करने से कफ की समस्या से राहत मिलती है।
ध्यान रहे कि किसी भी उपायों का पालन करने से पहले किसी विशेषज्ञ या डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें। कोरोना के लक्षण महसूस होते ही नजदीकी अस्पताल या डॉक्टर से अवश्य संपर्क करें। कोविड प्रोटोकॉल जैसे कि मास्क का प्रयोग, हाथों को बार बार धोना, शारीरिक दूरी, स्वस्थ व पौष्टिक आहार का सेवन ये सभी नियमों को पालन करते रहें।
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