त्योहारी मौसम में ओमिक्रॉ ...
कोरोना के मामलों में भले कमी आ गई है लेकिन ये मानकर चलना की कोरोना का खतरा पूरी तरह से टल चुका है ये पूरी तरह से गलत है। हाल ही में अपने देश में ओमिक्रॉन का एक और सब वेरिएंट मिला है. इसको एक्सबीबी का नाम दिया गया है। ओडिशा, कर्नाटक, गुजरात और राजस्थान में इस वेरिएंट को पाया गया है। इससे पहले इस वेरिएंट को यूरोप और अमेरिका में भी पाया गया है। आपको जानकारी के लिए बता दें कि भारत में भी अब तक नए सब वेरिएंट के 50 से ज्यादा मामले दर्ज किए जा चुके हैं।
TV9 में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक डॉ. जुगल किशोर का कहना है कि कोरोना के वायरस में लगातार म्यूटेशन हो रहा है और इस वजह से नए-नए सब वेरिएंट आ रहे हैं। डॉ किशोर का कहना है कि कोरोना के पिछले करीब तीन साल के इतिहास में देखा गया है कि भारत में किसी बड़े त्योहार के बाद वायरस के मामलों में इजाफा होने लगता है। चूंकि लोग त्योहारों के दौरान मिलते हैं और इस दौरान कोविड से बचाव के नियमों का पालन भी नहीं करते हैं, जिससे वायरस को फैलने का मौका मिल जाता है। ऐसे में ये बहुत आवश्यक है कि लोग मास्क लगाएं।
कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ओमिक्रोन का अब एक नाय सब वेरिएंट भी अब सामने आ चुका है। ओमिक्रोन के इस नए सब वेरिएंट का नाम Stealth Omicron (BA.2) दिया गया है। डेनमार्क, ब्रिटेन, स्वीडन और सिंगापुर के बाद इस वेरिएंट ने भारत में भी दस्तक दे दी है। डेल्टा वेरिएंट की तुलना में ओमिक्रोन वेरिएंट के लक्षण कम गंभीर हैं लेकिन ओमिक्रोन के सब वेरिएंट स्टील्थ के संबंध में तमाम विशेषज्ञ अपनी चिंताएं जाहिर कर रहे हैं।
ओमिक्रोन के सब वेरिएंट स्टील्थ के संबंध में सबसे चिंताजनक बात ये है कि ये वायरस RT-PCR टेस्ट में भी पकड़ में नहीं आ रहा है। हम आपको बता दें कि कोरोना वायरस के तमाम वेरिएंट को RT-PCR टेस्ट से ही पुष्टि की जाती थी।
WHO के मुताबिक कोरोना के प्रत्येक वेरिएंट के लक्षण पहले के वेरिएंट की तुलना में अलग होते हैं।
ओमिक्रोन के अधिकांश संक्रमित लोगों में नाक बहने या गले में चुभन की शिकायत होती है और पूर्व के वेरिएंट की तरह स्वाद या सुगंध में कमी का एहसास नहीं नोटिस किया गया।
गले में खराश, नाक बहना, सिर दर्द, थकान, छींक आना जैसे लक्षण हो सकते हैं
WHO के मुताबिक BA.2 कितना खतरनाक साबित हो सकता है इसके लिए अभी रिसर्च किए जाने की आवश्यकता है।
ओमिक्रोन का सब वेरिएंट BA.2 संक्रमितों के फेफड़े को ज्यादा प्रभावित कर रहा है। एक्सपर्ट्स के मुताबिक मरीजों के फेफड़ों पर 5% से 40% तक इन्फेक्शन देखा गया है।
अब तक मिल रही जानकारियों के मुताबिक पिछले 10 सप्ताह में BA.2 स्ट्रेन को कुल 57 देशों में पाया गया है।
WHO में कोविड -19 तकनीकी प्रमुख मारिया वान केरखोव ने बताया है कि ओमिक्रोन के कई सब वेरिएंट हो सकते हैं जिन्हें हम ट्रैक कर रहे हैं। यूरोप में आर्मेनिया, अजरबैजान, बेलारूस, जॉर्जिया और यूक्रेन में कोविड के केस लगातार बढ़ रहे हैं।
सबसे जरूरी बात की अगर आपको ओमिक्रोन के सामान्य लक्षण जैसे की सर्दी, खांसी और बुखार की समस्या हो तो उसको नजरंदाज नहीं करें। इस तरह के लक्षण नजर आने पर भी अगर रिपोर्ट निगेटिव आते हैं तो 1 दिन या 2 दिन के बाद फिर से टेस्ट करवाएं। अगर लक्षण नजर आ रहे हैं और रिपोर्ट निगेटिव है तो ये आपके लिए जरूरी है कि खुद को आइसोलेट कर लें। हालांकि इसके साथ ही डॉक्टरों का ये कहना है किओमिक्रोन के बीए.1 सब स्ट्रेन की तुलना में बीए.2 सब-स्ट्रेन ज्यादा घातक नहीं है। दोनों के स्वरूप में मामूली सा फर्क है। एम्स के कम्युनिटी मेडिसिन के प्रोफेसर डा. संजय राय ने जानकारी देते हुए कहा है कि ओमिक्रोन के सिर्फ ये दो ही सब-स्ट्रेन नहीं है, बल्कि कई सब-स्ट्रेन हैं। ओमिक्रोन का संक्रमण शुरू होने के कुछ दिन बाद ही बीए.2 स्ट्रेन की भी पहचान हो गई थी। यह दोनों सब-स्ट्रेन एक जैसे ही बहुत संक्रामक हैं लेकिन बीमारी गंभीरता में फर्क नहीं है।
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