बच्चे के लिए सूर्य नमस्का ...
आपका बच्चा पढ़ाई करता है, किताबों में सिर घुसाये रहता है। आपने उसके लिए ट्यूशन भी लगवा दी है ताकि उसका रिजल्ट अच्छा आए। बावजूद इसके, उसके रिजल्ट में कोई खास प्रगति नहीं हो रही है। यदि आप भी इन माता-पिता में से एक हैं, तो इसका एक मुख्य कारण बच्चे में कन्सन्ट्रेशन की कमी होना है।
सच तो यह है कि यदि बढ़ते बच्चे आरामतलब वाली लाइफस्टाइल अपनाएंगे और इनके रूटीन में किसी भी तरह का फिजिकल एक्सरसाइज शामिल नहीं होगा, तो संभव है कि उसका ब्लड सर्कुलेशन प्रभावित हो। ऐसे में बच्चे आलसी हो जाते हैं और साथ ही उनका दिमाग भी सही तरह से काम नहीं करता है। एक माता और पिता के तौर पर आप चाहते हैं कि आपके बच्चे का शरीर और दिमाग दोनों स्वस्थ रहे। इसमें सूर्य नमस्कार आपके बच्चे की मदद कर सकता है। आज इस ब्लॉग में बच्चे के लिए सूर्य नमस्कार करने के फायदे (Benefits of surya namaskar for kids) के बारे में जानते हैं।
सूर्य नमस्कार एक मजेदार वर्कआउट भी है, जिसमें 12 पावरफुल योगा आसान करने पड़ते हैं। सूर्य को धन्यवाद करते हुए दिन की शुरुआत करने से बेहतर और क्या हो सकता है! आइए जानते हैं कि बच्चे के लिए सूर्य नमस्कार किस तरह से फायदेमंद है।
सूर्य नमस्कार में पूरे शरीर की एक्सरसाइज होती है, जो शरीर की हर मांसपेशी को टोन-अप करता है। इस तरह से बच्चे फिटनेस में भी आगे रहते हैं। स्कूल में होने वाली शारीरिक गतिविधि में वे आगे रहते हैं। उनमें चुस्ती-फुर्ती भी शानदार रहती है।
यदि आपके बच्चे का मेटाबॉलिज्म सही रहेगा तो इससे उसका स्वास्थ्य और वजन दोनों मेंटेन रहता है। ज्यादा वजन होने से डायबिटीज के साथ ही दिल की सेहत पर भी बुरा असर पड़ता है। यदि आप चाहते हैं कि आपका बच्चा सुरक्षित रहे, तो उसके लिए सूर्य नमस्कार जैसे योग करना सही रहता है। इससे उसका वजन मेंटेन रहता है।
परीक्षा के समय बच्चा न चाहते हुए भी स्ट्रेस और एंजायटी से गुजरता है। उसे डर रहता है कि उसकी परफॉरमेंस न जाने कैसी होगी। उसके दिमाग और शरीर को रिलैक्स महसूस कराने में सूर्य नमस्कार अहम भूमिका निभाता है। यदि स्ट्रेस और एंजायटी लंबे समय तक रह जाए तो न सिर्फ मासिक समस्या हो सकती है बल्कि कई शारीरिक समस्याएं भी हो सकती हैं।
सूर्य नमस्कार से शरीर में ब्लड सर्कुलेशन पर बढ़िया असर पड़ता है। शरीर के सभी अंगों में ब्लड फ़्लो बढ़त है, जिससे वे सही तरीके से काम करने लगते हैं। ऐसे में जब बच्चे कम उम्र से सूर्य नमस्कार करते हैं, तो इससे उनकी उम्र बढ़ती है।
बढ़ते बच्चे अपनी त्वचा और बालों को लेकर भी सचेत हो जाते हैं। यह वो उम्र है, जब वे किशोरावस्था की ओर बढ़ रहे होते हैं। इस समय एक्ने, बालों का गिरना जैसी समस्याएं शुरू हो जाती हैं। इन समस्याओं को कम करने का एक तरीका सूर्य नमस्कार है, जिससे उन्हें चमकदार और साफ त्वचा मिलती है। साथ ही, रूखे बाल और बालों का गिरना जैसी दिक्कतें भी नहीं होती हैं।
हो सकता है कि बच्चे को सूर्य नमस्कार करने में मजा न आए तो इस स्थिति में म्यूजिक की मदद लेकर बच्चे को सूर्य नमस्कार करने के लिए प्रेरित किया जा सकता है। इसके साथ ही आप भी अपने योगा मैट को लेकर उसके साथ सूर्य नमस्कार करने के लिए तैयार हो जाएं। साथ में स्ट्रेचिंग, आसमान को देखना और धरती को छूना, आपके बच्चे को आपके साथ सूर्य नमस्कार करने में अच्छा लगेगा। यह आप दोनों के लिए बॉन्डिंग समय का एक रास्ता भी बन सकता है।
सूर्य नमस्कार सिर्फ बड़ों के लिए नहीं है, इसे बच्चे भी कर सकते हैं। अच्छा तो यह है कि इससे बच्चों को भी कई फायदे मिलते हैं क्योंकि सूर्य नमस्कार में पूरे शरीर की एक्सरसाइज हो जाती है। यह न सिर्फ शरीर को स्वस्थ रखने में मदद करता है बल्कि दिमाग को भी चुस्त-दुरुस्त रखता है।
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