बल्लेबाजी के बाद, विराट क ...
विराट कोहली, भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान, जिन्हें क्रिकेट के मैदान पर उनकी आक्रामक बल्लेबाजी और शानदार नेतृत्व के लिए जाना जाता है, वे पिता के रूप में भी एक प्रेरणादायक उदाहरण बन रहे हैं। अभी हाल ही में विराट अपने दूसरे बच्चे के पिता भी बन चुके हैं। विराट ने अपने दूसरे बच्चे यानि बेटे का नाम अकाय (Akaay) रखा है। 11 जनवरी 2021 को बेटी वामिका के जन्म के बाद, कोहली ने अपने परिवार के साथ भरपूर समय बिताने और एक समर्पित पिता बनने पर ध्यान केंद्रित किया है।
समय का महत्व: कोहली ने अपनी व्यस्त क्रिकेट शेड्यूल होने के बावजूद, अपनी बेटी के साथ समय बिताने के लिए हमेशा समय निकाला है। विराट अक्सर वामिका के साथ खेलते हुए, उसे घुमाने ले जाते हुए और उसे प्यार और स्नेह देते हुए देखे जाते हैं। कई मौकों पर विराट अपनी बेटी और फैमिली के साथ अच्छे पलों की तस्वीरों को भी साझा करते रहते हैं।
सक्रिय भागीदारी: कोहली अपनी बेटी की रोजमर्रा की दिनचर्या में सक्रिय रूप से भाग लेते हैं। वह उसे नहलाने, खिलाने और सुलाने में भी मदद करते हैं। कोहली का मानना है कि एक बच्चा सिर्फ मां की जिम्मेदारी नहीं होता है बल्कि पिता को पालन पोषण में बराबर का दायित्व निर्वहन करना चाहिए। यही वजह है कि कोहली वामिका के साथ समय बिताने के लिए अपनी पत्नी अनुष्का शर्मा के साथ मिलकर काम करते हैं।
पारिवारिक मूल्यों का महत्व: कोहली परिवार और पारिवारिक मूल्यों को बहुत महत्व देते हैं। वे अक्सर अपनी बेटी को अच्छे संस्कार और मूल्य सिखाने के बारे में बात करते हैं। वामिका जब दो साल की हुई तो उन्होंने सोशल मीडिया पर बहुत भावुक पोस्ट करते हुए कहा कि आज उन्हें इस बात की कमी खल रही है कि वामिका को अपने दादाजी यानि विराट कोहली के पिता के साथ खेलने का अवसर नहीं मिल पाया। विराट अपने पापा के भी बहुत करीब थे।
लैंगिक समानता का समर्थन: विराट कोहली कोहली लैंगिक समानता का समर्थन करते हैं और वे चाहते हैं कि उनकी बेटी को समाज में समान अवसर मिलें। वे अक्सर लैंगिक रूढ़ियों को तोड़ने और अपनी बेटी को सशक्त बनाने के बारे में बात करते हैं।
प्रेग्नेंसी के दौरान अनुष्का का रखा पूरा ख्याल- सफलता के शिखर पर पहुंचने के बाद भी विराट अपने परिवार की पूरी परवाह करते हैं, वामिका के जन्म के समय से पहले अपनी पत्नी अनुष्का को एक्सरसाइज करने में मदद करते थे। हाल ही में अनुष्का को जब सीढ़ियों पर चढ़ने में तकलीफ हो रही थी तो विराट उनको सपोर्ट करते नजर आए। इतना ही नहीं, अनुष्का का नियमित चेकअप करवाने के लिए भी विराट उनको अपने साथ लेकर जाते थे।
फैमिली फर्स्ट के सिद्धांत पर रखते हैं यकीन- अपने दूसरे बच्चे के जन्म से पहले विराट ने वर्क फ्रंट को पीछे रखते हुए फैमिली फर्स्ट को प्राथमिकता दी और इसलिए उन्होंने दो टेस्ट मैचों में नहीं खेलने का फैसला लिया। विराट इस बात का पूरा ध्यान रखते हैं कि उनके सेलेब्रेटी होने का खामियाजा उनके बच्चे को नहीं भुगतना पड़े इसलिए अपने बच्चे की प्राइवेसी का पूरा ध्यान रखते हैं।
प्रेरणादायक उदाहरण:
विराट कोहली पिता के रूप में एक प्रेरणादायक उदाहरण हैं। वे दिखाते हैं कि कैसे एक सफल व्यक्ति अपने परिवार के लिए समय निकाल सकता है और एक समर्पित पिता बन सकता है। वे अन्य पुरुषों को भी प्रेरित करते हैं कि वे अपने बच्चों के जीवन में सक्रिय रूप से भाग लें और उन्हें प्यार और समर्थन दें।विराट कोहली क्रिकेट के मैदान पर ही नहीं, बल्कि पिता के रूप में भी एक प्रेरणादायक व्यक्ति हैं। वे दिखाते हैं कि कैसे एक सफल व्यक्ति अपने परिवार के लिए समय निकाल सकता है और एक समर्पित पिता बन सकता है। वे अन्य पुरुषों को भी प्रेरित करते हैं कि वे अपने बच्चों के जीवन में सक्रिय रूप से भाग लें और उन्हें प्यार और समर्थन दें।
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