दुनिया के सबसे बड़े निवेश ...
बच्चे को बचत करना कब औऱ किस उम्र में सिखाना शुरू कर देना चाहिए? मेरे एक मित्र हैं और उनका बच्चा 9-10 साल का होगा। उनका बच्चा अक्सर पैसे मांगने की जिद कर देता है और वे उसको पैसे दे भी देते हैं। उनका बच्चा इन पैसों का क्या करता है वे नहीं पूछते हैं, घर से नीचे उतरकर दुकान से अपनी पसंद का चॉकलेट-चिप्स खरीद कर खा लेता है। इस बात पर मैंने उनको टोका कि आप क्यों नहीं अपने बच्चे को बचत के महत्व के बारे में सिखलाते हैं तो उनका जवाब था कि अभी इसकी उम्र ही क्या हुई है, अभी से इसके ऊपर सेविंग्स की जिम्मेदारियों का बोझ डालने लगूं? मेरी बातों को सुनकर वे अचरज में पड़ गए थे? क्या आप भी मानते हैं कि बच्चे को शुरूआती दिनों से ही बचत के महत्व के बारे में नहीं बताना चाहिए? आपकी राय भले कुछ अलग हो लेकिन दुनिया के सबसे बड़े निवेशक ( Investor) माने जाने वाले वॉरेन बफे (warren buffett) का सुझाव आपको अवश्य मान लेना चाहिए।
वॉरेन बफे के द्वारा बताए गए उनके संदेश (warren buffett quotes) को पैसे कमाने के मूलमंत्र मानकर चलते हैं। वॉरेन बफे के लेख और उनके द्वारा बताए गए टिप्स का अनुसरण करके लोग अच्छी खासी कमाई कर लेते हैं। हाल ही में वॉरेन बफे ने कुछ खास मूलमंत्र बच्चों के लिए भी दिया है। आपको जानकर हैरानी हो सकती है लेकिन वॉरेन बफे का कहना है कि आप अपने बच्चे को रुपये पैसे और बचत करने (How to Save Money) की बुनियादी शिक्षा की शुरुआत पढ़ाई के साथ ही कर दें।
वॉरेन बफे कहते हैं कि पेरेंट्स अपने बच्चों को इन बातों के बारे में किशोरावस्था की उम्र में बताने का विचार करते हैं और ये एक बड़ी भूल साबित हो सकती है।
एक इंटरव्यू के दौरान अपने अनुभवों को साझा करते हुए वॉरेन बफे ने कहा है कि मेरे पिता ही इसके उदाहरण हैं। मेरे पिता ने मुझे बताया कि अच्छी आदतें जीवन में जितनी जल्दी आ जाए उतना ही अच्छा। वॉरेन बफे कहते हैं कि मेरे पिता ने मुझे शुरुआती दिनों से ही बचत करने का अहम पाठ सिखाया और शायद यही वजह है कि मैंने पैसे के महत्व को और पैसा बचत करने वाला (money saver) बन पाया
बफे के मुताबिक ज्यादातर पेरेंट्स जानते हैं कि अपने बच्चे को वित्तीय प्रबंधन की शिक्षा देना बहुत आवश्यक है लेकिन सिर्फ जान लेना बहुत बड़ी बात नहीं होती है, महत्वपूर्ण ये है कि आप उस बात पर कितनी अमल कर पाते हैं।
पैसे की कीमत, जरूत और इच्छे के बीच अंतर और बचत का क्या महत्व होता है ये आप अपने बच्चे को अवश्य बताएं। अगर आप कम उम्र में ही बच्चे को इन बातों के बारे में समझाना शुरू करेंगे तो इसके सकारात्मक परिणाम सामने आएंगे। आपके बच्चे में हेल्दी फाइनांशियल हैबिट उनका भविष्य सुनिश्चित करने में मदद कर सकते हैं। आपको बता दें कि वॉरने बफे ने बच्चों के लिए एनिमेटेड सीरिज में “सीक्रेट मिलियनेयर क्लब” में फाइनेंस मैनेजमेंट और सेविंग की सीख देने में मदद की थी।
आप अपने बच्चे को ये बताएं कि पैसों की बचत करना भी एक तरह से पैसे कमाने की तरह ही है। आप अपने बच्चे को इच्छा और जरूरत के बीच का अंतर अवश्य बताएं। एक उदाहरण के तौर पर इसको ऐसे समझाएं कि बच्चे के लिए उनकी कॉपी किताब जरूरत है लेकिन चॉकलेट खाना इच्छा है। इच्छाएं अनंत हो सकती हैं और इच्छाओं पर काबू पाने से फिजूलखर्च पर नियंत्रण पाया जा सकता है लेकिन वे सामान जिनके बगैर हमारा काम नहीं चल सकता है और जिनको खरीदने से हमारा विकास हो सकता है तो वह काम जरूर करना चाहिए। एक और उदाहरण से आप अपने बच्चे को समझा सकते हैं कि खिलौना खरीदना बच्चे की इच्छआ है लेकिन स्कूल का बैग खरीदना उनकी जरूरत है। अगर आपका बच्चा इस बात को समझ लेता है कि जरूरत के सामान पर पैसे खर्च करना चाहिए और इच्छा पर नियंत्रण करना है तब उस दिन से ही वह बचत के महत्व को समझने में पूरी तरह से सफल हो गया।
कुछ लोग दिखावे के लिए भी नामचीन ब्रांड के जूते या गैजेट खरीदने के लिए ऊंची कीमत देते हैं जबकि वही सामान उसी गुणवत्ता वाला हम कम कीमत में भी खरीद सकते हैं। हमें सामान की गुणवत्ता के आधार पर ही मूल्यांकन करना चाहिए ना कि सिर्फ नामचीन ब्रांड के नाम पर। आप अपने बच्चे के सामने इस तरह के उदाहरण प्रस्तुत करके भी उनको बचत के महत्व के बारे में बता सकते हैं।
आप इस बात का ध्यान रखें की आप आज जो कुछ भी अपने बच्चे को सीखा रहे हैं उनका आने वाला कल भी इन्हीं बुनियादी बातों पर निर्भर रह सकता है। हम सारी किताब खरीदने के बजाय लाइब्रेरी से लाकर भी पढ़ सकते हैं। आप उनको इस तरीके से भी स्मार्ट फैसले करने के लिए तैयार कर सकते हैं।
रिसर्च के मुताबिक बच्चे के दिमाग का 80% विकास 3 साल की उम्र तक हो जाता है। कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी की एक स्टडी के मुताबिक 3-4 साल में बच्चे पैसे की बुनियादी बातों को समझने में सक्षम हो जाते हैं। रिसर्च के मुताबिक मात्र 4% पेरेंट्स ने ही 5 साल से पहले अपने बच्चों से वित्तीय विषयों पर बातचीत की। आपको जानकर हैरानी हो सकती है कि 30 फीसदी पेरेंट्स ने 15 साल के बाद जबकि 14 फीसदी पेरेंट्स ने अपने बच्चों को वित्तीय बचत पर कभी कुछ सिखाया ही नहीं।
कुल मिलाकर रिसर्च के नतीजे भी वॉरेन बफे की बातों से सहमत नजर आ रहे हैं, इसलिए हमारा सुझाव भी आपको यही रहेगा कि आपका बच्चा जब 3-4 साल का हो जाए उसके बाद ही उसको पैसों का प्रबंधन ( Money Management) और बचत करने के बारे में अवश्य चर्चा करना शुरू कर दें।
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