आम के इस मौसम में 7 काम क ...
Mango Benefits For Kids: आम का नाम सुनते ही मुंह में पानी आ जाता है, आम के स्वाद और इसकी खूबियों को देखते ही इसे फलों का राजा भी कहा जाता है। आपके बच्चे के लिए भी खूब फायदेमंद है आम और इसका सेवन करने से बच्चे की दिमाग और हड्डियां मजबूत बनते हैं। इसके अलावा आम खाने से इम्यूनिटी यानि रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ते हैं इसके साथ ही आम त्वरित ऊर्जा प्रदान करने वाला भी है। लेकिन इसके साथ ही आपको कुछ सावधानियां बरतने की भी सलाह दी जाती है। बच्चे को किस उम्र से आम खिलाना शुरू करना चाहिए और आम खिलाने के दौरान क्या सावधानियां जरूरी है इसके बारे में हम आपको इस ब्लॉग में विस्तार से जानकारी देने जा रहे हैं।
एक्सपर्ट्स और डॉक्टर्स के मुताबिक 6 महीने तक शिशु को सिर्फ मां का दूध पिलाना चाहिए और 6 महीने के बाद ही सेमी सॉलिड फूड देना शुरू कर सकते हैं। अगर आपने बच्चे को थोडी मात्रा में ठोस आहार देना शुरू कर दिया है तो आप डॉक्टर की सलाह के मुताबिक आम का प्यूरी या स्मूदी बनाकर बच्चे को दे सकती हैं। लेकिन मुमकिन है कि आम खाने से पेट और पॉटी की समस्या हो सकते हैं इसलिए इस उम्र के बच्चे को कम मात्रा में ही आम खिलाएं। जब आपका बच्चा 8 से 10 महीने का हो जाए तो आप आम खिला सकती हैं।
आम में फाइबर उच्च मात्रा में पाया जाता है और इसलिए बच्चों के पाचन तंत्र को सही बनाए रखता है और इसलिए दस्त की समस्या से भी आराम मिलता है।
ठोस आहार शुरू करने के बाद ही बच्चे को आम खिलाना चाहिए।
छोटे बच्चे को आम को अच्छी तरह मैश कर के ही खिलाएं।
अधपका आम खट्टा हो सकता है और इसे पचाने में भी शिशु को दिक्कत हो सकती है। आप बच्चों को पका आम ही खिलाएं।
यदि आम खाने के बाद बच्चे में किसी तरह की एलर्जी दिख रही है तो आम खिलाना बंद कर दें।
कैल्शियम कार्बाइड जैसे गैस की मदद से पकाए गए आमों की जगह प्राकृतिक रूप से पके आमों का चयन करें।
धब्बेदार आम न खरीदें। ये सेहत को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
आम काटने पर अगर आम अधकचा या कहीं पीला, तो कहीं लाल रंग का दिखे, तो यह आम को रसायनों की मदद से पकाए जाने की तरफ इशारा करता है।
थोड़े मुलायम आम का चयन करें। आम को छूकर ही उसके कच्चे और पके होने के बारे में मालूम हो जाएगा।
आम फ्रेश है या नहीं, यह उसकी सुगंध से पता लगाया जा सकता है। हमेशा ताजे आम का चुनाव करें।
आम पूरी तरह से पका हुआ है, तो उसे चार से पांच दिन के लिए फ्रिज में स्टोर कर सकते हैं।
अधपके आम को फ्रिज में न रखें। आम जब पूरी तरह पक जाए, तो रेफ्रिजरेटर में रख सकते हैं।
स्मरण शक्ति : एक रिसर्च के मुताबिक आम में एंटीऑक्सीडेंट पाया जाता है और इसलिए अगर बच्चे आम का सेवन करते हैं तो उनकी स्मरण शक्ति को बढ़ाने में मददगार हो सकते हैं।
आम में मौजूद विटामिन सी के चलते बच्चे को स्कर्वी रोग से बचाव होता है। स्कर्वी एक ऐसी बीमारी है जो मुख्य रुप से विटामिन सी की कमी से होते हैं। स्कर्वी रोग के चलते मसूड़ों और स्किन की समस्याएं हो सकते हैं।
आंखों की रोशनी में सुधार- आम में विटामिन ए के साथ ही बी-कैरोटीन, बीटा-क्रिप्टोक्सैथिन जैसे तत्व भी पाए जाते हैं और इसका सेवन करने से आंखों की रोशनी तेज हो सकते हैं।
एनीमिया से बचाव- आम में प्रचुर मात्रा में आयरन भी होते हैं और इसका सेवन करने से एनीमिया जैसी बीमारियों से भी बचाव होता है।
फायदे और नुकसान हर चीज के होते हैं। उसी प्रकार आम के अगर फायदे हैं, तो उसके अधिक उपयोग से कुछ नुकसान भी हैं। इसलिए, नीचे हम आपको आम के कुछ नुकसान बता रहे हैं उन पर ध्यान दें :
ज्यादा कच्चे आम खाने से गैस या पेट दर्द की समस्या हो सकती है
आम का अत्यधिक मात्रा में सेवन करने से शरीर में गर्मी की समस्या हो सकती है।
आम के अधिक सेवन से पेट खराब और उल्टी की परेशानी भी हो सकती है।
इसके सेवन से एलर्जी या गले में खराश की समस्या हो सकती है।
जिन्हें गठिया की समस्या है, वो आम का सेवन डॉक्टर की परामर्श लेकर ही करें।
गर्भवती महिलाएं, खासतौर पर जिन्हें गर्भकालीन मधुमेह है, वे आम का सेवन डॉक्टर की सलाह लेकर ही करें।
जरूरत से ज्यादा आम के सेवन से वजन और डायबिटीज दोनों बढ़ सकते हैं।
कच्चा आम खाने के बाद भूलकर भी दूध न पिएं।आयुर्वेद के अनुसार यह कॉम्बिनेशन सही नहीं है।
केमिकल से पके आम को खाने से नुकसान हो सकता है।
इस बात का ध्यान रखें कि जब भी आम लाएं, उसे कुछ घंटाें के लिए पानी में रखने के बाद ही उसका सेवन करें।
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