क्या फर्टिलिटी के लिए लहस ...
मेधा पिछले दो साल से प्रेगनेंट होने की कोशिश में लगी है, उसने हर जगह डॉक्टर को दिखा भी लिया लेकिन मेधा को समझ नहीं आ रहा है कि आखिर दिक्कत क्या है। ऐसे में किसी ने मेधा को सलाह दी कि वह उसके पति लहसुन का सेवन लगातार करें, तो प्रेगनेंसी में आसानी हो सकती है। मेधा ने इस पर अमल करना शुरू तो कर दिया है लेकिन सवाल यह उठता है कि आखिर लहसुन में ऐसा क्या होता है, जो फर्टिलिटी में मदद करता है। यह तो सभी जानते हैं कि लहसुन में ऐसे गुण पाए जाते हैं, जो इनफ्लेमेशन से लड़ने, कॉलेस्ट्रोल स्तर को कम करने और क्रॉनिक रोगों से सुरक्षित रखने में मदद करते हैं। आज इस ब्लॉग में इसी सवाल का जवाब जानने की कोशिश करते हैं कि लहसुन किस तरह से फर्टिलिटी में मददगार है।
शोध बताते हैं कि लहसुन रक्त संचार में सुधार लाने में मददगार हो सकता है, जो पुरुषों में इरेक्टाइल डिस्फंक्शन (erectile dysfunction) जैसी समस्या को ठीक करने में लाभदायक हो सकता है। दरअसल लहसुन में ऐसे घटक पाए जाते हैं, जो रक्त संचार में सुधार लाने के साथ ही रक्त वाहिकाओं की कार्यप्रणाली में भी सुधार ला सकते हैं। लहसुन का सेवन नाइट्रिक ऑक्साइड स्तर को भी बढ़ा सकता है। यह एक ऐसा घटक है, जो रक्त वाहिकाओं को बेहतर रक्त संचार करने में सहायता करता है। जब रक्त संचार बेहतर होता है, तो इससे इरेक्टाइल डिस्फंक्शन की स्थिति में सुधार आता है।
शोध बताते हैं कि रक्त संचार बढ़ाने के साथ ही लहसुन पुरुषों की फर्टिलिटी के लिए भी बढ़िया है। लहसुन के सेवन से स्पर्म के निर्माण को बूस्ट मिलता है और टेस्टोस्टेरॉन का स्तर बढ़ता है। ऐसा इसलिए क्योंकि लहसुन में एंटी-ऑक्सीडेंट बढ़िया मात्रा में पाए जाते हैं। यदि कीमोथेरेपी की वजह से किसी की फर्टिलिटी कम हो गई है, तो लहसुन का सेवन उसमें भी स्पर्म निर्माण और टेस्टोस्टेरॉन स्तर को बढ़ाने के लिए मदद करता है।
किसी भी महिला को प्रेगनेंट करने में सर्विकल म्यूकस अहम भूमिका निभाता है। यह फर्टिलिटी स्तर और ओवूलेशन साइकल में भी निर्णायक भूमिका निभाता है। सर्विकल म्यूकस ही स्पर्म को मूव करने में मदद करता है ताकि वह यूटरस की ओर जाए और एग को फर्टिलाइज करे। यदि सर्विकल म्यूकस में कोई एब्ननॉर्मिलिटी होता है, तो यह फर्टिलिटी को प्रभावित करता है। लहसुन का सेवन सर्विकल म्यूकस की गुणवत्ता और मात्रा में सुधार लाने में मदद करता है।
मैग्नीशियम महिलाओं के स्वास्थ्य और फर्टिलिटी के लिए जरूरी है, जो फॉलिकल स्टिमुलेटिंग हार्मोन को नियंत्रित करता है। यह बदले में ओवरी को स्टिमूलेट करता है। मैग्नीशियम की कमी से प्रोजेस्टेरॉन स्तर नीचे आ जाता है, जो मिसकैरिज के जोखिम को बढ़ाता है। लहसुन में मैग्नीशियम प्रचुर मात्रा में पाया जाता है, इस तरह से यह महिलाओं की फर्टिलिटी को दुरुस्त करता है।
लहसुन में व्याप्त एंटी-ऑक्सीडेंट क्रॉनिक रोगों से सिर्फ सुरक्षा नहीं करता बल्कि सेक्शुअल हेल्थ और फर्टिलिटी में भी अहम भूमिका निभाता है। लहसुन खतरनाक घटकों को न्यूट्रलाइज करने में मदद करता है, जिसे फ्री रैडिकल्स कहा जाता है।
लहसुन में कई वितकीं और मिनरल पाए जाते हैं, जो न सिर्फ पुरुषों बल्कि महिलाओं में भी फर्टिलिटी को बूस्ट कर सकते हैं। रोजाना 4 से 5 लहसुन की कली के सेवन से फर्टिलिटी में सुधार आता है। ये विटामिन और मिनरल इम्यूनिटी को भी दुरुस्त करते हैं, जो सीधे तौर पर बेहतर फर्टिलिटी से जुड़ा है।
लहसुन में एंटी-बाइटीरियल, एंटी-वायरल और एंटी-फंगल गुण हैं। ये सब मिलकर पुरुष और महिला दोनों के शरीर को स्वस्थ रखने में मददगार साबित हुए हैं और इंफेक्शन से सुरक्षा करते हैं। जब शरीर ही स्वस्थ और इंफेक्शन से मुक्त रहेगा, तो फर्टिलिटी के दुरुस्त होने में भी देरी नहीं होगी। लहसुन एक शक्तिशाली इंग्रेडिएंट है, जिससे कई स्वास्थ्य लाभ मिलते हैं। यह रक्त संचार को बढ़ाकर फर्टिलिटी को दुरुस्त करता है, इस तरह से यह सेक्शुअल फंक्शन में सुधार लाता है।
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