क्या आपका बच्चा चिड़चिड़ा र ...
आजकल छोटे बच्चों को गुस्सा आना एक आम बात हो गई है। ये गुस्सा बच्चों के चिड़चिड़ेपन को बढ़ाता है। ये गुस्सा या चिड़चिड़ापन बच्चों को शारीरिक और मानसिक रूप से बहुत हानि पहुँचाता है, इसलिए ज़रूरी है की बच्चों का गुस्सा या चिचिड़ापन का किया जाये। पर ऐसे में सवाल ये उठता है कि बच्चों के गुस्से/चिड़चिड़ेपन को कम कैसे किया जाए। बच्चो में गुस्सा करने के कई कारण हो सकते है इसके लिए हर माता-पिता को अपने बच्चे के गुस्से का कारण जानने की कोशिश करनी चाहिए. बच्चों के गुस्से को कम करने के कुछ आसान और असरदार उपाय है जिसके द्वारा माता-पिता बच्चों के गुस्से को कम करने में उनकी मदद कर सकते है.
बच्चों के साथ प्यार और धीरज के साथ काम करें- बच्चों के साथ प्यार के साथ धीरज की बहुत ज़रूरत होती है। सभी माता-पिता जानते हैं कि बच्चों को अपनी बात करना और खेलना बहुत पसंद होता है अक्सर ऐसी अवस्था में माता-पिता बच्चों के साथ धीरज खो बैठते हैं। उनका ये व्यवहार बच्चों में गुस्से/चिड़चिड़ेपन का कारण होता है। इसलिए ज़रूरी है कि बच्चों की बात प्यार और धीरज के साथ सुने। आपका ये व्यवहार उन्हें खुशी भी देगा और वो आराम से बात करना और सुनना सीखेंगे।
बच्चों के साथ किसी तरह का बुरा रवैया न अपनाएं- बच्चे मासूम होते है। हम जैसा उनके सामने दिखाते हैं वे वैसा ही सीखते हैं। अक्सर माता-पिता या बड़ों की आदत होती है बच्चों को वेवजह डांट देना या कभी कभी उनपर हाथ उठा देना। अपने इस रवैये से हम अपना गुस्सा तो निकाल लेते है पर बच्चे के अंदर वह गुस्सा भर देते हैं इसलिए ज़रूरी है कि बच्चे पर किसी तरह का बुरा रवैया न अपनाया जाए।
बच्चों को अनदेखा न करें- कई बार देखा गया है की बच्चे अपनी ओर ध्यान खींचने के लिए भी गुस्सा करने लगते है जब बच्चो को लगता है कि उनकी अनदेखी हो रही है तब वह गुस्सा करके अपनी ओर सबका ध्यान खींचने की कोशिश करते है. अपने बच्चे को गुस्से से बचाने के लिए उन्हें भरपूर समय दे।
गुस्से की वजह जानने की कोशिश करें- बच्चों के पास अक्सर ही गुस्सा करने का कारण होता है। वह कारण माता-पिता के लिए छोटा या बड़ा, तार्किक या बेकार कैसा भी हो सकता है। सबसे पहले और अहम् बात की जब आपका बच्चा गुस्सा करे तो उसके गुस्से की वजह जानने की कोशिश करे और उसके अनुसार बच्चे पर नियंत्रण करने की कोशिश करें।
बच्चों को गुस्से पर काबू पाना सीखाएँ- गुस्सा करने का कोई भी कारण हो उस गुस्से पर काबू करना बच्चों को आना चाहिए। उन्हें गुस्से पर काबू करने के तरीके सीखाएँ। जैसे गुस्सा आने पर चुप हो जाना, 1-10 तक गिनती गाना, अपने गुस्से का कारण किसी बड़े को बताना। स्वयं भी यह ध्यान रखें की जब भी बच्चों को गुस्सा आये तो खुद गुस्सा करने के बजाय शांत रहने की कोशिश करें। ये याद रखें कि दिन भर की थकान के बाद जब आप थके होते है तो छोटी-छोटी बात पर भी बच्चों पर भड़क जाते हैं. बच्चे जो देखते हैं, वही सीखते हैं. इसीलिए बच्चों को समय दे.
गुस्सा आने पर बच्चों का ध्यान दूसरी तरफ लगाए- जब भी बच्चा गुस्सा करे तो उसे कही बाहर ले जाकर उसका ध्यान बताने की कोशिश करे. या फिर बच्चे को कोई किताब देकर या खिलौना देकर उसका ध्यान कही ओर लगाने की कोशिश करे.
बच्चे को कुछ अच्छा/पसंदीदा खाने को दें- कभी-कभी बच्चे को भूख के कारण भी गुस्सा आता है या गुस्से में उनकी पसंदीदा खाने की चीज़ पाने से उनका गुस्सा शांत हो जाता है तो ऐसे स्थिति में उन्हें उनकी मनपसंद चीज खाने को दे. आप बच्चे के लिए स्वादिष्ट और पौष्टिक खाना जैसे -पीनट बटर क्रैकर्स ,बॉयल्ड एग ,आदि दे सकते है जिससे उन्हें एनर्जी भी मिले.
अगली बार जब भी बच्चे गुस्सा करें या उन्हें चिड़चिड़ापन हो तो दिए गए तरीके अपनाइए और बच्चों के स्वभाव में आया अंतर देखिए।
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