वाकई तुलसी है अमृत ! करें ...
बदलते मौसम में बच्चों को अक्सर सर्दी जुकाम, बुखार की समस्याएँ होती हैं और घरेलू उपचार के रूप में तुलसी की ताजा पत्तियों का उपयोग आपके बच्चे के लिए रामबाण सिद्ध होता है। साथ ही यह बच्चे को एलोपैथिक दवाइयों से होने वाले नुकसान से भी दूर रखता है। तुलसी शब्द का अर्थ है, “अतुलनीय पौधा”। तुलसी भारत में सबसे पवित्र जड़ी-बूटी मानी जाती है और “जड़ी-बूटियों की रानी” भी कहलाती है। इसके प्रभावी फ़ायदों के कारण यह भारत में ही नहीं, दुनिया भर में जानी जाती है।
आयुर्वेद में तो पहले से ही लोग तुलसी के गुणों को मानते थे, अब एलोपैथी भी इन गुणों को मानने लगी है। विशेषज्ञों ने स्वीकार किया है कि तुलसी मनुष्य के शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में सहायक होती है और मलेरिया, डेंगू, खांसी, सर्दी-जुकाम आदि विभिन्न जानलेवा बीमारियों से बचाती है। तुलसी के प्रयोग से शरीर में प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है जिससे सर्दी, खाँसी, जुकाम, फ्लू, वाइरल ये सब शरीर में अपना असर नहीं दिखा पाते हैं। इससे आपका बच्चा सर्दी, गर्मी व बरसात में होने वाली आम बीमारियों से बचा रहेगा।
Be the first to support
Be the first to share
Comment (0)