कोरोना संक्रमित होने पर आइसोलेशन में हैं तो इन 5 बातों का रखें ध्यान

कोरोना पॉजिटिव सभी मरीजों को अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत नहीं होती है। इसलिए पॉजिटिव रिपोर्ट आते ही घबराएं नहीं, घर पर रहकर ही संक्रमण का बहुत अच्छी तरह इलाज किया जा सकता है। विशेषज्ञ कहते हैं कि दरअसल कोरोना संक्रमित मरीज को अपनी दिनचर्या, आहार और व्यायाम आदि पर ध्यान देने की जरूरत होती है जो मरीज को ठीक करने में अहम हैं। सरकारी मेडिकल कॉलेज गुजरात के रेस्पिरेटरी मेडिसिन विभाग की प्रमुख डॉ. पारूल वडगामा बता रही है कि आइसोलेशन या घर पर रहने वाले कोरोना संक्रमित मरीजों को क्या करना चाहिए-
होम आइसोलेशन में आपको क्या करना चाहिए?
कोरोना के हल्के लक्षण या ए सिम्पमेटिक मरीजों का घर पर ही इलाज (covid treatment at home) किया जा सकता है। सबसे पहले यदि आपको कोरोना के लक्षण (coronavirus symptoms) जैसे बुखार, जुकाम, खांसी, बदन दर्द, थकान आदि हैं तो सबसे पहले घर के एक स्वच्छ हवादार कमरे में खुद को पृथक (covid-19 home quarantine) या आइसोलेट कर लें। अपनी कपड़े और बर्तन अलग करें और इन्हें अलग ही धाएं, इसके लिए आप डिस्पोजेबल या एक ही बार प्रयोग किए जाने वाले बर्तन भी प्रयोग कर कर सकते हैं जिन्हें प्रयोग करने के बाद फेंका जा सकता है। एसी या वातानुकूलित कमरें से दूर रहें। ऐसे समय में आप अपने चिकित्सक से टेलीमेडिसिन पर संपर्क कर बताई गई दवाएं ले सकते हैं। सकारात्मक सोचे और चिंता मुक्त रहें, अच्छी किताबें और अच्छा संगीत सुन सकते हैं। आप फोन पर अपने परिजन या दोस्तों से बात कर सकते हैं। सबसे जरूरी है कि आप पूरी तरह आराम करें और अपनी बताई गई दवाएं जरूर लें।
घर पर रहते हुए कोरोना संक्रमित मरीज किस तरह का व्यायाम कर सकते हैं?
कोरोना संक्रमित मरीजों को नसों में संकुचन हो सकता है, इसलिए कोई भी बहुत थकाने वाली एक्सरसाइज नहीं करनी चाहिए। हालांकि आप सामान्य श्वांस संबंधी व्यायाम कर सकते हैं जैसे कि प्रणायाम, मांसपेशियों के खिंचाव के लिए व्यायाम इसके साथ ही गहरी सांस लेने और छोड़ने से भी श्वसन प्रणाली को मजबूत किया जा सकता है।
आइसोलेशन में रहते हुए हेल्थ के किन मानकों की नियमित मॉनिटरिंग की जानी चाहिए?
बुखार और ऑक्सीजन के स्तर को हर चार घंटे में जांचना चाहिए, एक मिनट में आप कितनी बार सांस ले रहे हैं, इसकी गिनती करके भी शरीर में ऑक्सीजन के स्तर का पता लगाया जा सकता है, एक और आसान जांच है, दिन में दो बार छह मिनट तक टहलें, टहल कर कमरे में आने के बाद एक फिर अपना ऑक्सीजन स्तर जांचें, यदि ऑक्सीजन का स्तर अब भी 94 या इसके कम है और सांस लेने में दिक्कत हो रही है तो तुरंत चिकित्सक से संपर्क करें, इसके साथ ही यदि दम घुटने जैसा महसूस हो रहा है, और यदि आप एक मिनट में बीस बार से अधिक बार सांस ले रहे हैं तो चिकित्सक को सूचित करें।
आपको अस्पताल में कब भर्ती हो जाना चाहिए?
यदि आपको लगातार 100 डिग्री से अधिक बुखार बना हुआ है और बुखार दवाओं से भी कम नहीं हो रहा है, इसके साथ ही सांस लेने में भी तकलीफ हो रही है, और ऑक्सीजन का स्तर 94 से कम हो गया है, इसके साथ ही कई अन्य परेशानी हो तो आप तुरंत अस्पताल में भर्ती होने के लिए अपने चिकित्सक से संपर्क करें।
कितने समय बाद आपको कोविड जांच दोबारा करनी चाहिए?
आजकल चिकित्सक कोविड की दोबारा जांच कराने की सलाह नहीं देते क्योंकि कई मरीजों में 14 दिन के बाद भी आरटी पीसीआर फाल्स पॉजिटिव दिखाता है। नई गाइडलाइन के अनुसार दस दिन के सुरक्षित घर में बिताकर आप अपना क्वारंटाइन समय बंद कर सकते हैं यह आपको संक्रमण से सुरक्षित रखने के लिए पर्याप्त है। इससे पहले अपनी इस्तेमाल की गई सभी चीजें और कमरे को सेनेटाइज करना न भूलें। कमरे को सैनिटाइज करने के लिए आप हाइड्रोजन पर ऑक्साइड और ब्लीचिंग केमिकल का भी प्रयोग कर सकते हैं।
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