गर्मियों में नवजात बच्चे ...
गर्मी के मौसम से अपने नवजात की देखभाल करना और भी आवश्यक हो जाता है क्युकी तेज धुप और गरम हवाए बच्चे की त्वचा को रुखा और बेजान बना देते है |बाजार में मिलने वाले महंगे उत्पादों का उपयोग करने के बजाय कुछ बातो का ध्यान देंने और कुछ घरेलु नुस्खो से आप अपने बच्चे की त्वचा को स्वस्थ रख सकते है |
तपिश भरी गर्मियों में अपने नवजात बच्चे की त्वचा का ख्याल नीचे बताये गए तरीके से रखें ! इसे जरूर पढ़ें...
घर की खिड़की और दरवाजे खोल के रखें ताकि घर हवादार बना रहे। परन्तु अगर समय गरम हवा और लू का हो तो खिड़की और दरवाजों को बंद रखना ही बेहतर है।
गर्मी में न केवल बड़े लोगों को हाइड्रेटेड रहने की जरूरत है बल्कि छोटे बच्चे को भी खास जरूरत है। क्योंकि, इन दिनों शरीर में पानी की कमी हो जाती है, इसलिए आपअपने शिशु को समय-समय पर पानी देती रहें। ध्यान रहे शिशु छह महीने का हो गया हो तभी उसे पानी दें। क्योंकि, अगर आपके शिशु की उम्र छह महीने से कम है और आप उसे केवल स्तनपान करवा रही हैं, तो उसे अतिरिक्त पानी देने की जरूरत नहीं है, गर्मी के मौसम में भी नहीं। वे शिशु, जो अपनी इच्छानुसार स्तनपान करते रहते हैं, उन्हें निर्जलीकरण का खतरा नहीं होता। आपको भी अपने भोजन का ख्याल रखना पड़ेगा क्यूंकि शोध में यह पाया गया है की माँ के आहार में अंतर होने से बच्चे का पेट ख़राब हो सकता है।
हमे लगता है कि बाजार में मिलने वाले सुगंधित साबुन और पाउडर के इस्तेमाल से बच्चे को फ्रेश रखा जा सकता है। लेकिन, यह बिल्कुल गलत है, क्योंकि यह केमिकल युक्त होते हैं जो, शिशु की कोमल त्वचा में और अधिक जलन पैदा कर सकता है।इतना ही नहीं कुछ लोग बच्चे को नहाने के ठीक बाद ढेर सारा टैल्कॅम पाउडर लगाती हैं, क्योंकि उनका यह मानना है कि इससे बच्चा ठंडा बना रहेगा। लेकिन, ऐसा नहीं है क्योंकि गीली त्वचा पर पाउडर जम कर एक परत बना देता है, जो जलन एवं तकलीफ पैदा कर सकता है। इसलिए इसका ज्यादा प्रयोग करने से बचें।
बच्चे को आरामदायक और ढीले कपडे पहनाएं जिससे शरीर की त्वचा बिना रूकावट के सांस ले सके। गर्मी बहुत बाद जाने पर अपने बच्चे को काम से काम कपडे पहनाएं। बहार जाते वक्त बेबी हैट का प्रयोग करें। मछरों से बचने के लिए उचित इंतेज़ाम करें। [इसे भी पढ़ें - आपके बच्चे के लिए गर्मी दूर भगाने के आहार]
बढ़ती गर्मी के कारण बच्चे को बहुत पसीना हो सकता है जिसकी वजह से स्किन राश तथा त्वचा का संक्रमण होने का खतरा बढ़ जाता है। आप अपने बच्चे को गीले कपडे से पोछ कर तथा दिन में नहलाकर उसके शरीर को ठण्ड पंहुचा सकते हैं।
गर्मी के मौसम में अपने शिशु की साफ-सफाई का विशेष तौर पर ध्यान रखें बच्चे के हातों को लगातार साफ करते रहें और उनके नाख़ून भी समय समय पर काटते रहे , क्योँकि वो अपने हातों को बार- बार मुह में ले जाने की कोशिश करेगा। क्योंकि, इन दिनों जितना आप उसे साफ रखेंगी उतना ही वह इन्फेक्शन से दूर रहेगा।
बच्चों की त्वचा इतनी नाजुक होती है, कि कीड़े या मच्छर के काटने पर तुरंत सूजन हो जाती है। इसलिए, उन्हें हमेशा मच्छरदानी के अंदर सुलाएं और बाजार में उपलब्ध मच्छर भगाने वाली बिजली की मशीनों का इस्तेमाल करने से परहेज करें, क्योंकि इससे बच्चों को नुकसान पहुंचता है।
आपके शिशु को गर्मी के कारण रैशेस की समस्या उत्पन्न हो सकती है,यदि शिशु के शरीर पर लाल चकत्ते दिखाई दे रही हो तब उसके शरीर पर नारियल तेल लगाने से तुरंत आराम मिलता है, और जलन और खुजली में भी आराम मिलता है। [इसे भी जानें - गर्मी में घर में बनाएं बच्चे की मालिश के लिए नेचुरल आयल?]
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