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क्या हैं गर्भावस्था में लौकी का जूस पीने के फायदे और नुकसान ?

Pregnancy

Prasoon Pankaj

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5 months ago

क्या हैं गर्भावस्था में लौकी का जूस पीने के फायदे और नुकसान ?

प्रेग्नेंसी के दौरान सबसे अधिक सावधानी आपको अपने खान-पान को लेकर रखना होता है। आज हम आपको लौकी (Bottle Gourd or Lauki) के गुणों के बारे में बताने जा रहे हैं। गर्भावस्था के दौरान लौकी के जूस (Lauki Juice) का सेवन करना जहां बहुत फायदेमंद होता है वहीं दूसरी तरफ आपको कुछ सतर्कता बरतने की भी आवश्यकता होती है। अगर आपने इन सावधानियों को नहीं बरता तो फिर लौकी का जूस आपके लिए नुकसानदेह भी साबित हो सकता है। तो आइये जानते हैं विस्तार से लौकी के जूस के गुणों के बारे में।

 

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    योगगुरु बाबा रामदेव के सहयोगी एवं पतंजलि योगपीठ के अध्यक्ष आचार्य बालकृष्ण के मुताबिक लौकी एक ऐसी सब्जी है जो अनेक प्रकार के औषधीय गुणों से परिपूर्ण है। लौकी जिसको कुछ इलाकों में घीया के नाम से जाना जाता है वहीं बिहार एवं उत्तरप्रदेश में इसको कद्दू एवं सजमन कहा जाता है। लौकी का जूस(Lauki Juice) गर्भाशय, हृदय से संबंधित रोग, पेट की बीमारियों, बुखार एवं अन्य कई रोगों में रामबाण का काम करता है। लौकी में पानी की मात्रा तकरीबन 96 % होता है। इसके अलावा लौकी में कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, वसा, सोडियम, मैग्नीशियम, पोटैशियम, कैल्शियम, विटामिन बी व सी जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं।

     

    गर्भावस्था में लौकी का जूस पीने के फायदे / Benefits of Bottle Gourd (Lauki) Juice During Pregnancy in Hindi

    प्रेग्नेंसी में आपको लौकी के इन गुणों के बारे में जरूर जानना चाहिए। नीचे दिए गए बातों को अवश्य पढ़ें...

    • प्रेग्नेंसी में लौकी का जूस बहुत फायदेमंद - गर्भावस्था के दौरान लौकी का जूस पीने से बहुत लाभ मिलता है। गर्भाशय संबंधी विकारों को दूर करने में लौकी का जूस मददगार साबित हो सकता है। आयुर्वेद के जानकारों के मुताबिक लौकी का जूस या सब्जी खाने से गर्भाशय मजबूत होता है और गर्भ में पलने वाला शिशु स्वस्थ जन्म लेता है।
       
    • शरीर में पानी की कमी को दूर करता है - गर्भावस्था के दौरान आपके शरीर को पर्याप्त मात्रा में पानी की आवश्यकता होती है। जैसा कि हमने आपको बताया कि लौकी का 96 फीसदी हिस्से में पानी होती है। डिहाईड्रेशन को दूर करने में लौकी अहम भूमिका निभाता है। कई बार मौसम में आए बदलाव के चलते भी उल्टी, दस्त या बुखार जैसी बीमारियों के चलते डिहाईड्रेशन की समस्या उत्पन्न हो जाती है। लौकी का जूस इन परिस्थितियों में भी बहुत असरकारी उपाय साबित हो सकता है।
       
    • रक्त को शुद्ध करता है लौकी - लौकी को ब्लड प्युरिफायर के नाम से भी जाना जाता है। जिन्हें फोड़ें-फुंसियों की समस्या होती है वे लौकी को उबालकर सेवन करें तो बहुत लाभ मिलता है।
       
    • हृदय के लिए फायदेमंद है लौकी का जूस -  लौकी के जूस में जीरो कोलोस्ट्रोल होता है और अगर आप इसका सेवन करते हैं तो ये दिल की बीमारी से आपकी रक्षा करता है। 
       
    • वजन को भी नियंत्रित रखता है - आयुर्वेद के जानकारों के मुताबिक लौकी के जूस का सेवन करने से शरीर के अतिरिक्त फैट को को कम किया जा सकता है। मोटापे को कम करने में भी ये मददगार होता है।
       
    • दस्त होने की परिस्थिति में भी लौकी का रायता बहुत असरकारी साबित हो सकता है। लौकी को उबालकर इसमें दही मिला लें। इसके बाद इसमें सेंधा नमक, भूना हुआ जीरा और कालीमिर्च का चूर्ण मिलाकर इसका सेवन करें। 
       
    • मानसिक तनाव को कम करता है - गर्भावस्था के दिनों में मानसिक तनाव से बचना चाहिए। अगर आप सोने से पहले लौकी के रस में शहद मिलाकर पीएंगे तो मानसिक तनाव कम होगा। इतना ही नहीं, जब आपको लगे कि आप किसी बात को लेकर मानसिक तनाव में हैं तो लौकी का जूस पी लें इसका तत्काल लाभ देखने को मिल सकेगा।
       
    • गर्मी को दूर करता है लौकी - लौकी का जूस शरीर के अंदर की गर्मी को भी दूर करता है। गर्मी के मौसम में लौकी का जूस पीने के बहुत लाभ हैं।
       
    • यूरिन इन्फेक्शन को दूर करता है लौकी - यूरिन इनफेक्शन की समस्या को दूर करने में भी लौकी का जूस मददगार साबित हो सकता है।

    क्या हैं लौकी का जूस पीने के नुकसान और सावधानियां?/ Is Lauki or Bottle Gourd Juice Safe to Drink in Hindi?

    अगर आपने इन सावधानियों को नहीं बरता तो फिर लौकी का जूस आपके लिए नुकसानदेह भी साबित हो सकता है। तो आइये जानते हैं विस्तार से...

    • आप इस बात को ध्यान में रखें कि जब कभी लौकी का जूस पीना हो तो ताजा जूस बना कर ही पीएं।
       
    • लौकी का जूस पीने से पहले एक बार चख जरूर लें, कड़वे लौकी का जूस पीने से फायदा की बजाय नुकसान हो सकता है।
       
    • गर्भवती महिलाओं को तो भूलकर भी कड़वे लौकी का सेवन या कड़वे लौकी का जूस नहीं पीना चाहिए क्योंकि इससे गर्भपात होने का भी खतरा हो सकता है।
       
    • लौकी का जूस पीने का सबसे सही समय आपके लिए खाना खाने से 1 घंटा पहले या फिर खाना खाने के 1 घंटे बाद का होता है।
       
    • खाली पेट में लौकी के जूस का सेवन ना ही करें तो अच्छा क्योंकि इससे जी मिचलाने या गैस की समस्या पैदा हो सकती है
       
    • अगर किन्हीं को जुकाम या सर्दी की समस्या है तो लौकी का जूस पीने से बचना चाहिए। 
       
    • लौकी के जूस में किसी दूसरी सब्जी को ना मिलाएं 
       
    • सीमित मात्रा में ही लौकी के जूस का सेवन करें।

    लौकी का जूस बनाने की विधि / How to Make Bottle Gourd or Lauki Juice in Hindi

    लौकी का जूस बनाने की प्रक्रिया बेहद सरल है। सबसे पहले तो आप लौकी को अच्छे से साफ कर लें। इसके बाद इसको कद्दूकस में घिस लें। अब आप इसमें तुलसी और पुदीना के कुछ पत्ते मिलाकर मिक्सर ग्राइंडर में पीस ले। फिर इस लौकी को सूती कपड़े में डालकर इसका रस निकाल लें। स्वाद के लिए आप इसमें कालीमिर्च और हल्की मात्रा में सेंधा नमक मिला सकते हैं। अब जितना रस निकला है लगभग उतनी ही मात्रा में इसमें पानी मिला लें। बस हो गया तैयार लौकी का जूस...

    शुरु-शुरु में लौकी का जूस पीने से कब्ज या पेट खराब जैसी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। इसकी वजह ये है कि लौकी पेट के अंदर के विकारों को बाहर निकालता है। अगर इस तरह के लक्षण नजर आएं तो परेशान ना हो, बाद में सब सही हो जाएगा। अगर इसके अलावा किसी प्रकार की परेशानी हो रही हो तो डॉक्टर की सलाह जरूर लें।

     

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