क्या हैं बच्चे का वजन न ब ...
क्या आप भी अपने बच्चे के कम वजन को लेकर चिंतित हैं। डॉक्टर्स के अनुसार अगर बच्चा 3-7 साल के बीच का है, तो उसका वजन 10.5 किलो से लेकर के 17.5 किलो के बीच में होना चाहिए। वैसे तो नोरमली बच्चे इस वेट के अंडर आ ही जाते है, पर फिर भी माओं को लगता है की उनका बच्चा अंडर वेट है। कुछ माये जानना चाहती है अपने बच्चो के लिए कुछ ऐसी दवाइया, जिससे बच्चे की भूख बढ़ जाये और फिर वजन। लेकिन आपको समझना होगा की दवाइयों से वजन नहीं बढ़ता। खाना ऐसा होना चाहिए जिसमे फैट और प्रोटीन की मात्रा ज्यादा हो। अगर बच्चे का खान-पान अच्छा होगा तो वजन अपने आप बढ़ जायेगा। [हम सभी के लिए: क्या हैं मखाना (Fox Nuts) के फायदे आपके बच्चे के लिए ?]
अक्सर बच्चों का कमजोर होना माता-पिता के लिए परेशानी का कारण बन जाता है क्योंकि इस वजह से शारीरिक और मानसिक विकास अवरुद्ध हो सकता है। ऐसे में बच्चों का भोजन सबसे बड़ा सवाल होता है। माता -पिता अपने कमजोर बच्चे के वज़न को बढ़ाने के लिए काफी परेशान रहते हैं। माता-पिता अपने बच्चों को क्या खिलाएं जिससे उनका वज़न बढ़े। लेकिन सबसे पहले ये जानना बेहद जरूरी है कि छोटे बच्चों के सम्पूर्ण पोषण के लिए फैट ,प्रोटीन ,विटामिन आदि की सही मात्रा होनी चाहिए। इसके अलावा कुछ ऐसे पौष्टिक आहार भी हैं,जिनसे वज़न आसानी और सही तरीके से बढ़ता है।
पेरेंट्स अपने बच्चे को हर चीज देने की कोशिश करते है पर फिर भी कुछ न कुछ कारणों की वजह से बच्चे का। नीचे दिए कुछ कारण हैं जो बच्चे का वजन बढ़ने में बाधक हैं...
अधिकतर मां कहती है, हम तो बच्चे को खिलाते है पर हमारा बच्चा खाता ही नहीं। इसके लिए आपको बच्चे का टेस्ट समझने की जरुरत है। आप बच्चे का टेस्ट समझकर उसी के अनुसार क्रिएटिवली बच्चे को ऐसा भोजन बना कर दे जिसमे प्रोटीन और फैट की मात्रा ज्यादा हो। यहाँ हम आपको कमजोर शिशुओं व बच्चों को दिया जाने वाला आहार के बारे में बता रहें हैं जिससे बच्चे का वज़न बढ़ाने में आसानी हो।
दूध में उपलब्ध पोषक तत्व शारीरिक विकास में मदद करता है। कमज़ोर बच्चों के वजन को बढ़ाने के लिए बाज़ार में उपलब्ध फुल क्रीम दूध बच्चे को पिलाने से वजन बढ़ाने में मदद करता है। अगर बच्चा दूध पीने के लिए मना करे तो शेक ,स्मूदी या चॉकलेट पाउडर मिक्स करके बच्चे को पिलायें। मलाई वाला दूध बच्चे का वजन बढ़ाने के लिये सही माना जाता है।
घी सभी घरों में पाया जाता है। घी खाना सेहत के लिए लाभकारी होता है। घी में वसा अधिक मात्रा में होता है। वसा शरीर को ताकत देता है। बच्चों के खाने में घी शामिल करें और उसके शरीर में होने वाले बदलाव को देखें। घी रोटी या दाल जैसे चीजों में शामिल करके खिलाया जा सकता है।
हरी सब्जियाँ, मीठे चीज़ें और सूजी जैसे चीज़ें वजन बढ़ाने में ,मददगार होती हैं। हरी सब्जियों का सूप या टमाटर का सूप वज़न बढ़ाने के लिए बेहद फायदेमंद होता है। इसके साथ साथ गाजर का हलवा या सूजी का हलवा भी पौष्टिक और वजन बढ़ाने में अधिक मददगार होता है। बच्चों के भोजन में इसे शामिल करना चाहिए। पर इस तरह के भोजन की मात्रा पर भी ध्यान देना बहुत ज़रूरी है क्योंकि इस तरह के भोजन की अधिकता से आलस जैसी समस्याओं का सामना भी करना पद सकता है।
आलू को कार्बोहाईड्रेट और अंडे को प्रोटीन का अच्छा स्रोत माना जाता है। इन दोनों ही चीजों को खाने से बच्चों के वजन में बढ़ोतरी होती है। बच्चे को आलू व अंडा उबाल कर खिलाने से वजन बढ़ता है। [इसे भी पढ़ें - बच्चों को रोज अंडा खिलाने के क्या हैं फायदे?]
दाल में प्रोटीन अधिक होता है इसे पिलाने से बच्चे का वजन भी बढ़ता है। कमजोर बच्चों का वजन बढ़ाने में दाल का पानी या रस बहुत कामगार साबित हुआ है । इसलिए बच्चों के भोजन में दाल शामिल करें।
कमजोर बच्चों का वजन बढ़ाने में सूखा मेवा बहुत ही मददगार साबित हुआ है। सूखे मेवे में विटामिन अधिक पाया जाता है। जिससे बच्चे के वजन में बढ़ोतरी की जा सकती है। क्योंकि सूखे मेवे का स्वाद भी अक्सर बच्चों को पसंद आता है तो इन्हे खिलाने के परेशानी नहीं होती बच्चे इन्हें खुशी खुशी खाते हैं। इसे पाउडर बना कर या दूध में मिलाकर खाने के लिए भी दिया जा सकता है। इसे भी पढ़ें: क्या है ड्राई फ्रूट्स के फायदे बच्चों के लिए ?
बच्चे का वजन बढाने के लिए आपको उसके खान-पान पर ज्यादा ध्यान देना होगा। अगली बार बच्चे के खाने में दी गयी चीजों को शामिल कीजिए और उनके वजन आते बदलाव को महसूस कीजिये।
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