कोरोनाकाल में बच्चे के सा ...
कोरोना महामारी के इस दौर में लोग यात्रा करने से बचना चाह रहे हैं लेकिन बावजूद इसके कई बार ऐसी परिस्थितियां बन जाती है जब बच्चे के साथ यात्रा करनी पड़ रही है। मेरा छोटा भाई हांगकांग में रह रहा है, जनवरी-फरवरी के महीने में जब वहां कोरोना का प्रकोप बहुत ज्यादा बढ़ गया था तब उस दौरान उसने अपने परिवार को यहां दिल्ली भेज दिया। अब जबकि लोगों ने ये समझ लिया है कि हमें अब कोरोना वायरस के प्रति पूरी एहतियात बरतते हुए जिंदगी को जीना है तो जनजीवन भी धीरे-धीरे सामान्य होता जा रहा है। अभी हाल ही में मेरे भाई का परिवार वापस हांगकांग लौट चुके हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि अगर आप अपने परिवार और खासतौर से बच्चे के साथ सफर करना चाहते हैं तो किन बातों का ध्यान रखना जरूरी है।
जैसा कि हमने बताया कि कई महीनों के लॉकडाउन के बाद जिंदगी धीरे-धीरे पटरी पर वापस लौटने लगी है, लोग अब दफ्तर भी जाने लगे हैं और धार्मिक स्थल, स्कूल-कॉलेज, जिम, सिनेमाघर, मॉल्स होटल वगैरह भी खुलने शुरू हो चुके हैं। इसके साथ ही रेल सेवा व हवाई सेवाएं भी शुरू हो चुके हैं। हालांकि ये बात भी उतना ही सच है कि स्वास्थ्य मंत्रालय के तरफ से घरों से बाहर निकलने के दौरान पूरी सावधानियां बरतने की सलाह दी जा रही है।
आप अपने बच्चे को कोरोना वायरस से बचने के उपायों के बारे में निश्चित रूप से बता चुके होंगे लेकिन फिर भी आप उनको सफर के दौरान मास्क पहने रहना, बार-बार खुद को सैनिटाइज करना, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना औऱ किसी प्रकार की अनचाही वस्तुओं को नहीं छूने की सलाह अवश्य दें।
सफर के दौरान आप अपने बच्चे को एक मिनी बैग जरूर दें इस मिनी बैग में मास्क सैनिटाइजर, टिश्यू जैसे जरूरी सामान रख दें। अपने बच्चे को ये भी जरूर कह दें कि यात्रा के दौरान इनका इस्तेमाल भी करते रहें।
यात्रा के दौरान बाहर का खाना खाने से परहेज करें। बेहतर यही होगा कि आप यात्रा के दौरान अपने घर का ही बना हुआ खाना साथ में लेकर निकले।
यात्रा करने से पहले अच्छे से प्लान जरूर कर लें। जरूरत की तमाम सामग्रियों की एक लिस्ट बना लें। आप जहां जाने वाले हैं ये पता जरूर कर लें कि वहां कोरोना वायरस के संक्रमण का खतरा कम है कि नहीं। अगर वो उस स्थान पर कोरोना संक्रमितों की संख्या अधिक है तो बच्चे को साथ लेकर वहीं नहीं जाएं।
अगर आप बस, प्लेन या ट्रेन से सफर कर रहे हैं तो अपने बच्चों को खिड़की के पास ही बैठाएं। इसकी वजह ये है कि वे दूसरे यात्रियों से उचित दूरी मेंटेन कर पाएंगे और ऐसा करना उनकी सुरक्षा के लिहाज से भी बेहतर है।
हमारा सुझाव है कि आप जहां तक संभव हो बच्चे के साथ दूर की यात्रा करने से अभी परहेज ही करें लेकिन फिर भी अगर कहीं जाना नितांत आवश्यक हो तो आप कम से कम इन सुझावों का जरूर पालन करें।
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