कोरोनाकाल में 10वीं व 12वीं के बोर्ड एग्जाम को लेकर क्या है नई जानकारी?

कोरोना की पहली लहर के बाद से ही देश भर में स्कूल कॉलेज बंद कर दिए गए थे। अब जबकि इस साल कोरोना की दूसरी लहर है तो इसको लेकर सबसे ज्यादा चिंतित छात्र औऱ पेरेंट्स ही थे कि परीक्षा का क्या होगा। 1 जून यानि मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बैठक में 12वीं की परीक्षा को लेकर सरकार ने बड़ा फैसला ले लिया है। सीबीएसई की 12वीं की परीक्षा को सरकार ने रद्द करने का फैसला किया है। परीक्षा रद्द होने के साथ ही अब आपके मन में ये सवाल उठ रहे होंगि कि छात्रों के परिणाम किस आधार पर तय किए जाएंगे। इसका जवाब भी आपको इस ब्लॉग में मिल जाएगा हम आपको विस्तार से इस बारे में ब्लॉग में जानकारी दे रहे हैं। यहां जानिए:- 12वीं के छात्रों का रिजल्ट कब तक और जानिए किस फार्मूले पर दिए जाएंगे नंबर?
12वीं परीक्षा रद्द होने के बाद किस आधार पर तय किए जाएंगे परिणाम
जैसा की हमने आपको बताया कि प्रधानमंत्री की अगुवाई में बैठक में ये तय किए गए कि 12वीं की परीक्षा को रद्द कर दिए जाएं और उसके साथ ही परिणाम को लेकर कुछ दिशा निर्देश भी तय किए गए हैं। यानि कि कुल मिलाकर छात्रों को परीक्षा में शामिल तो नहीं होना है लेकिन इसके चलते उनका साल खराब नहीं होगा औऱ छात्रों को रिजल्ट भी दिए जाएंगे। अब इसके लिए क्या पैमान तय किए गए हैं उसके बारे में आगे जानें।
- CBSE बोर्ड के अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि छात्रों के रिजल्ट को वेल डिफाइंड मानदंडों के अनुसार समयबद्ध तरीके से तैयार किए जाए
- छात्रों के रिजल्ट को परिभाषित मानदंजों के मुताबिक निष्पक्ष और सही समय पर तैयार कर दिए जाएं।
- अब तक मिल रही जानकारी के मुताबिक इंटरनल परीक्षा के आधार पर 11वीं और 12वीं के जो दो इंटरनल परीक्षा लिए जा चुके हैं उसके ही एसेसमेंट के आधार पर नतीजे दिए जाएंगे।
- हर परीक्षा में उनके दाखिले के लिए पिछले साल की तरह सुविधाएं दी जाएंगी और आगे जाकर स्थिति जब सामान्य होंगे तो वे परीक्षा भी दे सकते हैं।
- दिल्ली सरकार ने इस बाबत स्पष्ट किया है कि 12वीं की परीक्षा के दौरान बहुत सारे इंटरनल परीक्षा लिए गए हैं और उसके प्रदर्शन के आधार पर छात्रों के परिणाम घोषित किए जाएंगे। लेकिन अगर फिर भी कोई छात्र अगर अपने परिणाम से संतुष्ट नहीं होता है तो आगे चलकर उनको परीक्षा दिलाने का भी प्रयास किए जाएंगे।
हम कोरोनाकाल में सबसे ज्यादा शैक्षणिक गतिविधियां प्रभावित हुए। पिछले साल यानि साल 2020 में लॉकडाउन के लागू होने से पहले ही तमाम स्कूलों व कॉलेज को बंद कर दिए गए थे। इसके बाद ज्यादातर स्कूलों ने ऑनलाइन क्लासेज शुरू कर दिए। अभी जो सबसे महत्वपूर्ण खबरें सामने आ रही है उसके मुताबिक केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं स्थगित और 10वीं की परीक्षा को रद्द कर दिया है। कोरोना महामारी के संक्रमण के तेजी से बढ़ते मामलों को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक, केंद्रीय शिक्षा सचिव और अन्य शीर्ष अधिकारियों की बैठक में यह फैसला लिया गया। हम आपको बता दें कि सीबीएसई की बोर्ड (CBSE 10th 12th Exams 2021) परीक्षाएं 4 मई से 14 जून के बीच होनी थीं।
इस महत्वपूर्ण बैठक के बाद एक बयान जारी कर सीबीएसई बोर्ड की परीक्षाओं के संबंध में लिए गए निर्णयों की जानकारी साझा की गई। सीबीएसई ने 10वीं की बोर्ड परीक्षाएं रद्द कर दी हैं, लिहाजा बोर्ड द्वार तय मापदंड के हिसाब से आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर इन छात्रों के रिजल्ट्स जारी किए जाएंगे। अगर कोई छात्र इस रिजल्ट से असंतुष्ट रहता है तो उसे कोरोना माहामारी की स्थिति सामान्य होने के बाद परीक्षा में बैठने का मौका दिया जाएगा। शिक्षा मंत्रालय के अनुसार, 12 वीं की परीक्षाओं का नया शेड्यूल 1 जून को देश में कोरोना की स्थिति को देखकर तैयार किया जाएगा और तय समय से 15 दिन पहले छात्रों को परीक्षा के बारे में सूचित कर दिया जाएगा।
कब होनी थी CBSE बोर्ड परीक्षाएं ?
दसवीं और बारहवीं कक्षा की बोर्ड परीक्षाओं की डेटशीट पहले ही जारी की जा चुकी है. बोर्ड परीक्षाएं 4 मई से शुरू होकर 10 जून तक चलनी थी. वहीं 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं का रिजल्ट 15 जुलाई तक घोषित करने का एलान किया गया था. सीबीएसई की इन बोर्ड परीक्षाओं की शुरुआत 4 मई से होनी थी. सीबीएसई द्वारा जारी की गई डेटशीट के मुताबिक 6 मई को दसवीं कक्षा के छात्रों के लिए इंग्लिश की परीक्षा आयोजित की जानी थी. 10 मई को हिंदी ,11 मई को उर्दू, 15 को विज्ञान, 20 को होम साइंस, 21 मई को गणित और 27 मई को सामाजिक विज्ञान की परीक्षा ली जानी थी.
Be the first to support
Be the first to share
Comment (0)
Related Blogs & Vlogs
No related events found.
Loading more...