आपके बच्चे के लिए साइकिल ...
याद कीजिये जब आपके लिये पहली साइकिल आई थी। घूमने-फिरने के लिए अपनी खुद की साइकिल आने पर आपकी खुशी का ठिकाना ही नहीं था, और आप कितने उतावले हो थे कि बस साइकिल बैठें और तुरंत अपने दोस्तों के पास या नज़दीक की किसी दुकान पर चले जायें .... और जब पापा ने साइकिल सिखाने के लिये आपको सीट पर बिठाया तो आप कितना घबरा रहे थे, पर थोड़ी-बहुत मुश्किलों और डगमगाने के बाद आखिरकार आप संतुलन बनाना सीख गये और तब से साइकिल आपके जीवन का सबसे जरूरी हिस्सा है। आपको यह भी याद आयेगा कि शायद साइकिल चलाना ही आपके शारीरिक व्यायाम का सबसे अच्छा जरिया था।
बेशक, दूसरे खेलों की तरह ही साइकिल चलाना भी हमें खुश रखता है और इसके ज्यादा लोकप्रिय खेल न होने की वजह से इस सीखने के लिये कठोर मेहनत की जरूरत भी नहीं पड़ती पर साइकिल चलाना इतना मजेदार क्यों होता है इसके बहुत से कारण हैं...
साइकिल चलाना सीखना वह काम है जो बचपन में किया जाता है पर जवानी तक आते-आते साइकिल चलाना एक सेहतमंद व्यायाम का रूप ले लेता है इसलिये अपने बच्चे को ज्यादा से ज्यादा साइकिल चलाने और हो सके तो साइकिल से घूमने-फिरने के टूर और मुकाबलों में भाग लेने के लिये के प्रेरित करें। रोज साइकिल चलाना आपके बच्चे को ताकतवर बनायेगा, उसे ज्यादा चुस्त-दुरूस्त और सेहतमंद रखेगा, तो इसे आज से शुरू कीजिये।
Parentune सुझावः दिल्ली के साथ-साथ कई और राज्यों में साइकिल चलाने को बढ़ावा देने के लिये सरकार, सोलर पैनल के साथ एक एलीवेटेड साइकिल ट्रैक बनाने पर काम कर रही है जो ज्यादा सुरक्षित होगा और जिसमें किराये से साइकिल ले पाने की सहूलियत होगी।
आपने अपने बच्चे को साइकिल चलाना कब सिखाया? क्या उसके स्टैमिना आपको कोई बदलाव नज़र आया? हमें इस बारे में जानकर अच्छा लगेगा।
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