बेबी प्लान करने के बाद भी ...
रश्मि पिछले 2 साल से बेबी प्लान करने की कोशिश में लगी है लेकिन सफलता उसके हाथ नहीं आ रही। वह हर महीने प्रेगनेंसी टेस्ट किट की मदद से यह जानने की कोशिश करती है इस बार वह प्रेग्नेंट हुई है या नहीं। लेकिन अफसोस की बात तो यह है कि हर बार सफलता ही उसके हाथ लग रही है। सच तो यह है कि यदि आप की उम्र 35 से कम है और आप 1 साल से कंसीव करने की कोशिश में लगी हैं या आपकी उम्र 35 से ज्यादा है और आप 6 महीने से कोशिश कर रही हैं, तो जरूरत है कि एक्सपर्ट से मदद ली जाए। यही नहीं, यदि एक के बाद एक, दो या इससे ज्यादा मिसकैरेज हो गए हैं, तो भी किसी प्रोफेशनल से मिलने की जरूरत पड़ती है। जब बेबी प्लान करने के बाद भी सफलता नहीं मिले, तो ऐसे में आपको कुछ जरूरी कदम उठाने की जरूरत पड़ती है। आज इस ब्लॉग में हम जानेंगे कि बेबी प्लान करने के बाद भी सफलता न मिले तो आपको क्या करना चाहिए (what to do if you are not getting pregnant)।
बेबी प्लान करने के बाद भी सफलता नहीं मिलती है, तो अक्सर लोग सीधे फर्टिलिटी क्लीनिक की ओर रुख कर लेते हैं। जबकि सच तो यह है कि उससे पहले आपको किसी रेगुलर गायनकोलॉजिस्ट से मिलना चाहिए। गायनेकोलॉजिस्ट के पास अपने अंतिम छह पीरियड की तारीख, आपके और आपके पार्टनर द्वारा ली जाने वाली दवाइयों की लिस्ट, किसी भी तरह के इनफर्टिलिटी लक्षण या जोखिम कारक की लिस्ट और अपने मन में चल रहे सभी सवालों की लिस्ट लेकर जाने की हिदायत दी जाती है।
बेसिक फर्टिलिटी टेस्ट में ब्लड और सीमन एनालिसिस किया जाता है। आपके लक्षणों के आधार पर गायनकोलॉजिस्ट एचएसजी, वजाइनल अल्ट्रासाउंड या डायग्नोस्टिक लैप्रोस्कॉपी करने की सलाह दे सकता है। इसके साथ बेसिक पेल्विक एग्जाम, पैप स्मीयर (Pap smear) और सेक्सुअल ट्रांसमिटेड इंफेक्शन से संबंधित टेस्ट किए जा सकते हैं।
आपके फर्टिलिटी टेस्ट के रिजल्ट के आधार पर गायनकोलॉजिस्ट कुछ खास तरह के फर्टिलिटी ट्रीटमेंट करने के बारे में कह सकते हैं। फर्टिलिटी ट्रीटमेंट के साथ लाइफस्टाइल में बदलाव करने की भी सलाह दी जा सकती है, जिसमें स्मोकिंग छोड़ना, अल्कोहल कम करना, वजन ज्यादा है तो वजन कम करना और वजन कम है तो एक्सरसाइज की कम करना शामिल है।
यदि बेसिक फर्टिलिटी ट्रीटमेंट सफल नहीं होता है या आपके टेस्ट के रिजल्ट में यह आता है कि आपको किसी फर्टिलिटी स्पेशलिस्ट से संपर्क करने की जरूरत है, तो आपका अगला कदम फर्टिलिटी क्लीनिक की खोज है। फर्टिलिटी क्लीनिक के बारे में रिसर्च करने से पहले यह जान लेना सही रहेगा कि उसमें शुरुआती कंसल्टेशन के क्या चार्ज है। साथ ही यह भी ध्यान रखें कि फर्टिलिटी क्लिनिक आपके घर के पास हो क्योंकि संभव हो सकता है कि आपको लगातार जाने की जरूरत पड़े।
फर्टिलिटी क्लिकनिक और भी कुछ फर्टिलिटी टेस्ट या दोबारा फर्टिलिटी टेस्ट कराने के लिए कह सकता है। उदाहरण के लिए, आपके गायनकोलॉजिस्ट ने एफएसएच (follicle stimulating hormone) लेवल चेक किया हो लेकिन फर्टिलिटी क्लिनिक को एंट्रल फॉलिकल काउन्ट करना चाहता हो। यदि आपका मिसकैरिज हुआ है, तो गायनकोलॉजिस्ट मिसकैरिज से टिशू को एनलिसिस के लिए भेजा हो और अब फर्टिलिटी क्लिनिक कैरियोटाइपिंग (karyotyping) या हिस्टरोकॉपी (hysteroscopy) कराने की सलाह दे सकता है।
इनफर्टिलिटी ट्रीटमेंट आईयूआई की तरह आसान या फिर आईवीएफ की तरह कॉम्प्लिकेटेड हो सकता है। आपका ठीक है आपकी इनफर्टिलिटी के कारण पर निर्भर करता है।
हो सकता है कि ट्रीटमेंट के पहले साइकल में ही आप कंसीव कर लें और यह भी हो सकता है कि आपको कुछ साइकल करने की जरूरत पड़े। एक अच्छा डॉक्टर आपको समझने में मदद करेगा कि आपको अपने वर्तमान ट्रीटमेंट प्लान के साथ चलने की जरूरत है या उसमें किसी तरह का छोटा या बड़ा बदलाव भी करना चाहिए। एक बार फेल होने का मतलब यह नहीं है कि ट्रीटमेंट काम ही नहीं करेगा। जिन कपल्स को किसी तरह की फर्टिलिटी संबंधी समस्या नहीं होती है, उन्हें भी कई बार कंसीव करने में 3 से 6 महीने लग जाते हैं।
यदि ट्रीटमेंट सफल हो गया और आप प्रेग्नेंट हैं, तो फर्टिलिटी क्लीनिक प्रेगनेंसी के शुरुआती समय में आपको मॉनिटर करना चाहेगा। यह भी हो सकता है कि आपको कुछ हार्मोनल ट्रीटमेंट या इंजेक्शन लेने की जरूरत पड़ती रहे। इनफर्टिलिटी के बाद होने वाली प्रेगनेंसी की तुलना आराम से कंसीव की जाने वाली प्रेगनेंसी से नहीं की जा सकती है।बेबी प्लान करने के बाद भी सफलता नहीं मिलती है तो समझ नहीं आता कि क्या किया जाए। फर्टिलिटी संबंधी किसी भी तरह की समस्या हो, फिर चाहे आप प्रेग्नेंट ना हो पा रही हों या आपका बार-बार मिसकैरेज हो रहा हो, यह आपको अंदर तक तोड़ सकता है। हालांकि, बेबी प्लान करने के लिए कई तरह के ट्रीटमेंट उपलब्ध हैं, जिसके लिए आप गाइनेकोलॉजिस्ट और फर्टिलिटी स्पेशलिस्ट की मदद ले सकती हैं।
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