प्रेग्नेंसी के दौरान कितन ...
Only For Pro
Reviewed by expert panel
कविता 4 महीने की प्रेग्नेंट है और उसका वजन लगातार बढ़ता जा रहा है। जब उसकी मां ने उसे प्रेगनेंसी के बाद पहली बार देखा, तो उससे कहा कि उसे अपना वजन कंट्रोल करना चाहिए। यह सुनते ही कविता की सास को गुस्सा आ गया और उन्होंने बोला कि प्रेगनेंसी में वजन बढ़ना तो नॉर्मल है, उन्हें इस तरह की बात नहीं करनी चाहिए।
कविता को समझ ही नहीं आया कि वह किससे क्या कहे। ऐसे में कविता अपनी मां और सास दोनों को साथ लेकर अपनी गायनोकोलॉजिस्ट के पास गई, जिन्होंने अच्छी तरह से समझाया कि हर ट्राइमेस्टर में कितना वजन बढ़ना नार्मल है। सिर्फ यही नहीं, गायनोकोलॉजिस्ट ने यह भी बताया कि प्रेगनेंसी में वजन कब बन सकता है परेशानी। आज इस ब्लॉग में जानेंगे कि हर ट्राइमेस्टर में कितना वजन बढ़ना नार्मल है और यह भी कि प्रेगनेंसी में वजन कब परेशानी बन सकता है।
सबसे पहला तो यह जानना जरूरी है कि प्रेगनेंसी में वजन क्यों बढ़ता है। आपका जवाब आएगा कि चूंकि गर्भ में बच्चा पल रहा होता है। यह बात सच है लेकिन पूरी तरह से नहीं। प्रेगनेंसी में वजन बढ़ने के और भी कारण हैं -
प्रेगनेंसी में एक प्रेगनेंट महिला का कितना वजन बढ़ना चाहिए, इसे हर ट्राइमेस्टर के हिसाब से अलग-अलग बांटा गया है। एक औसत बीएमआई वाली महिला के वजन बढ़ने को लेकर निम्न दिशानिर्देश दिए गए हैं।
प्रेगनेंसी में यदि वजन जरूरत से ज्यादा बढ़ जाता है, तो यह कई तरह की परेशानी का कारण बन सकता है। शोध के अनुसार, यदि प्रेगनेंसी में आपका वजन 16 किलोग्राम से ज्यादा बढ़ जाता है, तो सिर्फ आप नहीं, आपका बच्चा भी जोखिम में पड़ सकता है। आइए जानते हैं इन जोखिम के बारे में -
जो महिलाएं मोटे बच्चों को जन्म देती हैं, उन बच्चों का वजन बड़े होने पर भी ज्यादा रहता है। साथ ही उन्हें अन्य कई स्वास्थ्य समस्याएं होने की भी आशंका रहती है।
प्रेगनेंसी में गायनोकोलॉजिस्ट की सलाह के अनुसार अपनी डाइट में बदलाव लाना सबसे जरूरी काम है। ऐसा इसलिए ताकि प्रेगनेंसी में वजन ना तो ज्यादा हो सके और ना ही बहुत कम। अपने वजन को मैनेज करने के लिए रोजाना 30 मिनट का औसत इन्टेन्सिटी वाला एक्सरसाइज करने की सलाह दी जाती है।
Be the first to support
Be the first to share
Comment (0)