प्रेगनेंसी में पेल्विक पेन क्यों होता है?

यदि आपका श्रोणि या पेडू में दर्द हो रहा है, तो आप अकेले नहीं हैं। तकरीबन 80 प्रतिशत गर्भवती महिलाएं कभी न कभी पैल्विक दर्द का अनुभव करती हैं, ज्यादातर अंतिम तिमाही में जब पेल्विक क्षेत्र पर तनाव काफी तीव्र होता है। अगर यह आपका पहला बच्चा है पर प्रसव से लगभग दो से चार सप्ताह पहले शिशु पेल्विक क्षेत्र में आता है। हालांकि कई महिलाएं इसे डिलीवरी के शुरुआती अवस्था तक अनुभव नहीं करती। गर्भावस्था के दौरान यह दर्द लगभग किसी भी समय हो सकता है, और इसका प्रभाव छोटी टीस से लेकर दर्द या पेल्विक क्षेत्र में भारीपन और चिकाव और सनसनाहट पैदा कर सकता है।
पैल्विक पेन क्या है दबाव है या दर्द? / What is pelvic pressure or pain In Hindi?
पैल्विक दर्द और पैल्विक दबाव के बीच अंतर को जानना महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह गर्भाशय ग्रीवा की सूजन और फैलाव की शुरुआत का संकेत देता है ,या तो प्रसव का। श्रोणि और मलाशय क्षेत्र में पैल्विक दबाव से ऐंठन जैसा महसूस होता है (मासिक धर्म में ऐंठन के समान) और कमर दर्द, और अक्सर यह पीठ दर्द के साथ होता है। दूसरी तरफ बाद की गर्भधारण में भी इसके होने की संभावना होती है। पेल्विक दर्द के लक्षण हैं, भयंकर दर्द और चलने में कठिनाई।
पैल्विक क्या होती है और यह गर्भावस्था में कैसे बदलती है ? / what is pelvic and how does it changes in pregnancy
पैल्विक शरीर के निचले हिस्से में पेट और पैरों के बीच स्थित होती है। यहां दोनों कूल्हों की हड्डियां होती हैं। दाएं और बाएं तरफ स्थित ये दोनों हड्डियां मिलकर श्रोणि के एक हिस्से का निर्माण करती हैं, जिसे पेल्विक गर्डल कहा जाता है। ये पीछे सैक्रम बोन से और आगे सिम्फिसिस प्यूबिस नामक मजबूत जोड़ से जुड़ी होती हैं। यह जगह आंतों, मूत्राशय व प्रजनन अंगों को सुरक्षा प्रदान करती है। लिगामेंट का मजबूत नेटवर्क इन्हें घेरकर रखता है, जिस कारण ये सुरक्षित रहते हैं।
पैल्विक पेन का कारण क्या है/ what causes pelvic pain in pregnancy
आपका बच्चा जन्म के तैयारी में आपकी श्रोणि की ओर बढ़ रहा है इसलिए पैल्विक भारी हो रही है, और आपके बच्चे का छोटा सिर अब आपके मूत्राशय, कूल्हों और श्रोणि को तेजी से दबा रहे है साथ ही हड्डियों ,आपके श्रोणि ,पीठ ,जोड़ों और मांसपेशियों पर लगातार तनाव बढ़ा रहे है । वही दूसरी तरफ ,जब आपका बच्चा uterus में आ जाता है तो आप गहरी सांस लें पाएंगे क्युंकी अब आपके डीएफ़राम ,फेफड़ो आदि पर दबाव नहीं होगा ।
पैल्विक पेन को कम करने के कुछ उपाय /tips to reduce pelvic pain in pregnancy
पेल्विक पेन को कम करने के लिए बहुत सारे उपाय हैं। इन उपायों को आजमाकर आपको बहुत हद तक राहत मिल सकती है।
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पैल्विक झुकाव जैसे कुछ पैल्विक व्यायाम करें या अपने कूल्हों को ऊपर उठाकर आराम करें।
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गर्म स्नान करें यह आपको गुरुत्वाकर्षण के प्रभाव से राहत देगा।
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एक पेट के स्लिंग belly sling (एक विशेष रूप से डिज़ाइन किए गए crisscrossed जो गुरुत्वाकर्षण के प्रभाव को भी कम कर सकता है। सही belly sling के लिए अपने डॉक्टर से पूछें या ऑनलाइन जांच करें।
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गर्भवती महिलाओं के उपचार में प्रमाणित चिकित्सक से जन्मपूर्व मालिश करवाए | उनके लाइसेंस की जांच करना न भूले। या कुछ दूसरे वैकल्पिक उपचारों की सहायता लें।
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पैल्विक दर्द सहित सभी प्रकार की गर्भावस्था की बीमारियों को कम करने के लिए एक्यूपंक्चर आजकल एक लोकप्रिय तरीका है।
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यदि दर्द गंभीर है तो अपने चिकित्सक से गर्भावस्था-सुरक्षित दर्द निवारक या मांसपेशियों में आराम के बारे में बात करें ।
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