क्या हैं बच्चों में डेंगू ...
डेंगू बुखार का नाम सुनते ही हम जैसे बड़े लोग भी सिहर उठते हैं और बच्चे तो इसकी चपेट में और जल्दी आ जाते हैं। बच्चे को बुखार होने पर आपके लिए ये तय करना मुश्किल हो जाता है कि ये सामान्य बुखार है या डेंगू बुखार। आज हम आपको इस ब्लॉग में डेंगू बुखार के लक्षण और कारणों के बारे में तो विस्तार से बताएंगे ही इसके साथ ही किस तरह की सावधानियां बरतनी चाहिए उसके बारे में भी जानकारी देंगे।
जैसा कि आप जानते हैं कि मलेरिया की तरह डेंगू भी मच्छर के काटने से होता है। डेंगू का वायरस एडिस(Adis) मच्छर के काटने से शरीर में प्रवेश कर जाता है। एक और महत्वपूर्ण बात के बारे में आपको बताना चाहूंगा कि आमतौर पर रात के समय में मच्छरों का प्रकोप बढ़ जाता है लेकिन डेंगू के मच्छर सुबह और शाम ढ़लने से पहले सबसे अधिक सक्रिय होते हैं। गर्मी के मौसम में जब आद्रता बढ़ जाती है और ठहरे हुए पानी में डेंगू के मच्छर आसानी से पनप जाते हैं। चिकनगुनिया और जीका जैसी गंभीर बीमारियों का कारक भी डेंगू के मच्छर होते हैं। गर्मी और बारिश के मौसम में डेंगू के खतरे को देखते हुए विशेष एहतियात बरतने की आवश्यकता होती है। अगर मां को गर्भावस्था के दौरान डेंगू के बुखार ने जकड़ लिया है तो फिर उसका असर होने वाले बच्चे पर भी नजर आ सकता है।
डेंगू के बुखार को हल्के में नहीं लिया जाना चाहिए। डेंगू के इलाज में कतई लापरवाही बरतने पर ये जानलेवा बीमारी का भी रूप ले सकता है इसलिए ये जरूरी है कि डेंगू के बुखार को और सामान्य बुखार के बीच के फर्क को समझ कर सही तरीके से बच्चे का इलाज कराया जाए। दरअसल सबसे बड़ी समस्या ये होती है कि डेंगू का बुखार शुरुआती दौर में वायरल बुखार की तरह ही नजर आते हैं और यही वजह है कि इसका पता लगाना मुश्किल हो जाता है। तो आइये सबसे पहले जानते हैं क्या हैं बच्चों में डेंगू बुखार के लक्षण और कारण ?
डेंगू का मच्छर अगर काट ले तो इसका असर तुरंत नजर नहीं आता है बल्कि 4 से 5 दिनों बाद डेंगू बुखार के लक्षण महसूस होते हैं। डेंगू के बुखार के ठीक हो जाने के बाद भी इसका असर बहुत दिनों तक बना रहता है और शारीरिक कमजोरी महसूस होती रहती है।
हम सभी बच्चों के प्रति बहुत संवेदनशील होते हैं, बच्चों को कुछ हो जाए तो हम बहुत परेशान हो जाते हैं। इन सावधानियों को अवश्य बरतें बच्चे को डेंगू से बचाने के लिए।
सबसे पहले तो आप इस बात का ध्यान रखें कि आपके बच्चे को पर्याप्त आराम मिल सके। डेंगू फीवर होने की स्थिति में नीचे दिए गए उपाय जरूर करें
अपने बच्चे को फुल बाजू की शर्ट और पैंट पहनाए हुए रखें। संभव हो तो बच्चे को हल्के रंग के कपड़े पहनाएं क्योंकि रिसर्च के मुताबिक गहरे रंग के कपड़ों को देखकर मच्छर आकर्षित हो जाते हैं। बिना डॉक्टर की सलाह के बच्चे को किसी भी प्रकार की दवा ना खिलाएं। 2 दिन से ज्यादा बुखार होने पर अपने बच्चे को नजदीकी अस्पताल या डॉक्टर के पास चेकअप कराने के लिए जरूर ले कर जाएं।
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