मां बनना चाहती हैं तो फिलहाल करेले का सेवन न करें, जानिए क्यों

वैसे तो करेला खाना सेहत के लिए काफी लाभकारी है। इससे कई तरह के फायदे होते हैं, पर कुछ परिस्थितियों में ये फायदे की जगह नुकसान पहुंचाता है। ये उनके लिए ज्यादा हानिकारक है जो मां बनना चाहती हैं और कंसीव करने की कोशिश कर रही हैं। इसके अलावा गर्भावस्था में भी इसका अधिक सेवन करने से नुकसान पहुंच सकता है। आज इस ब्लॉग में हम बात करेंगे आखिर मां बनने की इच्छुक महिलाओं को करेला कैसे नुकसान पहुंचा सकता है और क्यों इसका सेवन इस दौरान नहीं करना चाहिए।
मां बनने की इच्छुक महिलाएं करेला खाने से इसलिए करें परहेज / Want To Become A Mother Then do Not Eat Bitter Gourd in Hindi
- करेले के बीज में मेमारजेरिन तत्व काफी मात्रा में होता है। ऐसे में अगर मां बनने की तैयारी में लगी महिला इसका सेवन करे तो कंसीव करने में दिक्कत आती है।
- करेले के अधिक सेवन से लिवर इंफ्लेमेशन होता है। इससे लिवर एंजाइम्स बढ़ते हैं और धमनियां अकड़ने लगती हैं। ऐसी स्थिति में प्रेग्नेंसी के चांस कम हो जाते हैं।
- इसके अलावा प्रेग्नेंट महिलाओं व अन्य महिलाओं जिन्हें हाई बीपी की दिक्कत है, अगर वे करेले का सेवन करें, तो समस्या बढ़ने का खतरा रहता है।
- अगर प्रेग्नेंट महिला करेले का अधिक सेवन करे तो गर्भपात होने का खतरा बढ़ जाता है। इसके अलावा प्रेग्नेंसी के दौरान पीरियड्स की स्थिति भी बन जाती है।
- करेले के बीज के ऊफर का लाल खोला (रेड अरिल्स) टॉक्सिक हो सकता है। महिलाओं की ओर से इसके सेवन से पेट में पल रहे च्चे को नुकसान पहुंच सकता है। इसके अलावा गर्भवती को भी उल्टी व दस्त की समस्या हो सकती है।
- करेले में एंटी लैक्टोलन तत्व मौजूद होता है। जो महिलाएं गर्भावस्था में इसका सेवन करती हैं, उन्हें दूध बनने की प्रक्रिया में दिक्कत होती है।
- करेले में मौजूद तत्व फर्टिलिटी संबंधित दावाओं का प्रभाव खत्म कर देते हैं। ऐसे में अगर आप मां बनना चाह रही हैं तो करेले का सेवन नुकसानदायक हो सकता है।
- प्रेग्नेंसी में करेले का अधिक सेवन ब्लड में शुगर के स्तर को कम कर देता है। इससे हाइपोग्लाइकोमिया कोमा नामक मानसिक समस्या भी पैदा हो सकती है।
- अगर महिलाएं करेले का अधिक सेवन करती हैं तो उन्हें हेमोलाइटिक अनीमिया होने का खतरा रहता है। इसमें पेट दर्द, सिर दर्द, बुखार व कोमा जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
- हम आपको ये भी बता दें कि ना सिर्फ गर्भधारण बल्कि पुरुषों के लिए भी करेला का अत्यधिक मात्रा में सेवन हानिकारक हो सकता है। करेले में मौजूद तत्व फर्टिलीटी संबंधित दवाओं के प्रभाव को खत्म कर देते हैं। करेले में मौजूद एमएपी 30 नाम के तत्व का कुत्तों पर परीक्षण किया गया। हालांकि अभी इस पर और रिसर्च किए जाने की आवश्यकता है।
- लिवर और किडनी के मरीजों के लिए भी करेले का ज्यादा मात्रा में सेवन करना नुकसानदेह साबित हो सकता है। यह लिवर में एन्जाइम्स के निर्माण को बढ़ा देता है जिससे लिवर प्रभावित होता है। वहीं करेले के बीजों में लेक्टिन नामक तत्व होता है जो आंतों तक प्रोटीन के संचार में बाधा उत्पन्न कर सकता है।
- रिसर्च में पाया गया है कि करेले को ज्यादा खाने से हेमोलाइटिक अनीमिया हो सकता है। हेमोलाइटिक अनीमिया होने की स्थिति में पेट में दर्द, सिर दर्द, बुखार या कोमा जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
ऐसा माना जाता है कि कुछ बच्चों के लिये करेले के बीज के ऊपर का लाल खोल (रेड अरिल्स) टॉक्सिक हो सकता है। इसका सेवन करने से इन बच्चों को उल्टी और दस्त जैसी समस्या हो सकती है। तो अगर आपके बच्चे को करेले से एलर्जी हो तो उसे ये न खिलाएं
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