प्रेग्नेंसी में होली खेलन ...
होली एक ऐसा त्योहार जिसमें आप चाहकर भी खुद पर काबू नहीं पा सकते हैं। एक से बढ़कर एक पकवान तो वहीं दूसरी तरफ रंग गुलाल के संग मौज मस्ती। क्या बच्चे औऱ क्या बुजुर्ग हर कोई होली के उमंग में मानो खो जाता है। लेकिन…इसके साथ ही अगर आप प्रेग्नेंट हैं तो क्या आपको होली खेलना चाहिए? होली के दौरान आपको किस प्रकार की सावधानियां बरतने की आवश्यकता है ताकि आप सुरक्षित होली का आनंद उठा सकें। इस ब्लॉग में हम आपको इस महत्वपूर्ण विषय पर विस्तार से जानकारी देने जा रहे हैं?
प्रेग्नेंसी के दौरान होली में किन खास बातों का ध्यान रखना चाहिए?
गर्भावस्था में उत्सव का अवसर हो तो उसका भरपूर आनंद लेना चाहिए बस इस बात का ध्यान रखें कि आपको कुछ सावधानियां अवश्य बरतनी चाहिए।
रासायनिक रंगों की बजाय प्राकृतिक रंगों का प्रयोग करें- एक्सपर्ट्स के मुताबिक होली में रासायनिक रंगों से परहेज ना सिर्फ प्रेगनेंट महिलाओं को रखना चाहिए बल्कि सभी को केवल प्राकृतिक रंगों का ही इस्तेमाल करना चाहिए। इस बात का ख्याल रखें कि केमिकल से बने रंग आपकी त्वचा और इससे होने वाले कुप्रभावों के चलते गर्भ में पल रहे शिशु को भी नुकसान पहुंच सकता है। इसलिए प्रयास करें कि प्राकृतिक गुलाल के संग ही होली खेलें। ये भी मुमकिन है कि केमिकल के प्रभाव के चलते शरीर के आंतरिक भागों में भी कुछ नुकसान हो सकते हैं। मेंहदी, पालक, चुकंदर और फूलों से बने प्राकृतिक रंग सबसे सही विकल्प हो सकते हैं। घर में प्राकृतिक रंग बनाने के लिए आप यहां इस लिंक पर क्लिक करके जानकारी प्राप्त कर सकते हैं:- घर में खुद से कैसे तैयार करें प्राकृतिक रंग?
पानी का इस्तेमाल कम करें- घर में पानी से भरे रंग से खेलने पर पूरे घर में पानी फैल सकता है औऱ इसके चलते आपके फिसलने का खतरा हो सकता है। ध्यान रखें कि इस वक्त आपको बहुत सावधानियां बरतने की आवश्यकता है। इसलिए सूखे रंग से ही होली खेलें।
भांग और नशीले पदार्थों से दूरी बनाकर रखें- होली के मौके पर अधिकांश घरों में भांग जैसे मादक पदार्थों का सेवन किया जाता है। आवेश में आकर या किसी के आग्रह पर भी आप गर्भावस्था के दौरान भांग इत्यादि का सेवन ना करें। भांग का सेवन करने से हृदय की धड़कने तेज होने, ब्लड प्रेशर बढ़ जाने की संभावनाएं बन सकते हैं। इसके अलावा आपके डॉक्टर ने भी प्रेग्नेंसी के दौरान अल्कोहल या अन्य नशीले पदार्थों से दूरी बनाकर रखने की सलाह दी होगी तो उसका पालन अवश्य करें।
होली स्पेशल नहीं बल्कि प्रेग्नेंसी स्पेशल पकवान का सेवन करें- होली के अवसर पर आपके घर में भी अनेक प्रकार के पकवान बनते होंगे लेकिन इस समय में आप अपने डॉक्टर के मुताबिक सुझाए गए डाइट चार्ट का ही अनुसरण करें। प्रेग्नेंसी के दौरान जिस प्रकार के फूड आइटम्स का सेवन करना सही रहता है आप उसको ही खाएं। गर्भावस्था के दौरान जेस्टेशनल डायबिटीज की समस्या होने की संभावना बनी रहती है इसलिए इस समय में अत्यधिक मात्रा में फैट या मीठा का सेवन करने से परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। उच्च रक्तचाप, सीने में जलन और एसिडीटी की परेशानियों से बचने के लिए तेल और मसालेदार पकवानों से परहेज रखना ही आपके लिए उचित होगा।
भीड़भाड़ वाले इलाकों में जाने से बचें- इस समय में कोरोना के केस भले कम हो गए हों लेकिन कोरोना का खतरा पूरी तरह से अभी टला नहीं है। इसलिए भीड़ भाड़ वाले इलाकों में संक्रमित होने का खतरा बन सकता है। मास्क पहनकर ही होली खेलें। भीड़ भाड़ में घुटन की समस्या हो सकते हैं।
डांस से करें परहेज- होली के अवसर पर नाच गाने का भी आयोजन होता है और अगर आप डांस के शौकीन हैं तो आपका भी मन झूमने का कर सकता है लेकिन एक्सपर्ट की सलाह है कि प्रेगनेंसी के दौरान डांस करने से आपको बचना चाहिए। ग्रुप में डांस करने के दौरान गिरने या किसी से धक्का लग जाने का खतरा हो सकता है। बेहतर तो यही होगा कि आप इस दिन घर में ही अंताक्षरी खेलें या हल्के फुल्के गेम का आनंद लें।
आंखों का रखें खास ख्याल- होली के दौरान रंग गुलाल खेलते समय में आंखों में रंग के जाने का खतरा होता है इसलिए इस दौरान अगर आप चाहें तो धूप के चश्मे का प्रयोग कर सकती हैं। आंख में रंग गुलाल पानी से बचाव के लिए सावधानीपूर्वक होली खेलें।
नारियल तेल का प्रयोग करें- होली के रंग गाढे हो सकते हैं इसलिए मुमकिन है कि वो आसानी से नहीं छूट पाएं इसलिए ये आवश्यक है कि आप अपने शरीर पर पहले से ही नारियल का तेल लगा लें। इससे आपकी त्वचा रंगों को सोख नहीं पाएंगे और फिर नहाने के दौरान आप आसानी से रंग को छु़ड़ा सकती हैं।
ये हैं वे कुछ उपाय जिनका पालन करते हुए आप होली के रंगों का भरपूर आनंद ले सकती हैं। आपको हैप्पी होली
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