शिव परिवार के सदस्यों के ...
हिन्दू धर्म में देवी-देवता और ईश्वर के नाम पर अपने बच्चे का नाम रखने की प्राचीन परंपरा रही है। ऐसी मान्यताएं हैं कि भगवान के नाम पर बच्चे का नामकरण करने पर मंगलकारी हो सकता है। ऐसी मान्यताएं भी है कि नाम जपने का भी बड़ा पुण्य मिलता है और इसलिए भगवान के नाम पर बच्चे का नामकरण करने से जाने अनजाने में भी ईश्वर के नाम का स्मरण हो जाता है। भगवान शिव को अपना आराध्य मानकर पूजने वाले भक्तों की संख्या करोड़ों में है। भगवान शिव के भी अनेक नाम हैं और प्रत्येक नाम का अपना विशेष महत्व और विशिष्ट अर्थ भी होता है। पुराणों व धर्मग्रंथो के आधार पर इनमें से कुछ नाम तो भगवान भोलेनाथ को भी अत्यधिक प्रिय हैं। आज इस ब्लॉग में हम आपको भगवान शिव के विशेष नाम और उनके अर्थ के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं जिसे देखकर आपको अपने बच्चे के नामकरण करने में सहूलियत मिल सके। इसके अलावा हम आपको भगवान भोलेनाथ से संबंधित कुछ रोचक जानकारियों के बारे में भी बताने जा रहे हैं।
धर्मग्रंथों व मान्यताओं के मुताबिक भगवान भोलेनाथ के दो बच्चे हैं जिनका नाम है कार्तिकेय (kartikey) और गणेश (Ganesh)। कार्तिकेय को देवताओं का सेनापति कहा जाता है जबकि गणेश को प्रथम पूज्य देवता माना जाता है। हम आपको शिव परिवार के कुछ नामों (Shiva family name) का भी सुझाव देना जा रहे हैं जिसके आधार पर आप अपने बच्चे का नामकरण कर सकते हैं।
प्रवर : इस नाम का अर्थ होता है श्रेष्ठ और सर्वोपरि।
अमेय- इस नाम का अर्थ हुआ वो व्यक्ति जिसे अपने जीवन में अत्यधिक प्यार मिलता है।
अनीश- जागरुक रहने वाले व्यक्ति और जो नींद में होकर भी जागृत अवस्था में रहे
वेदव- इसका शाब्दिक अर्थ हुआ जिसे वेदों का ज्ञान है। बुद्धिमान और चतुर व्यक्ति को भी संस्कृत में वेदव कहते हैं।
अरिन्दम : शत्रुओं का नाश करने वाले को अरिन्दम कहा जाता है। इसका अर्थ विजय या जीत हासिल करना भी होता है।
मयिल : इसका अर्थ होता है मोर की तरह सुंदर दरअसल भगवान कार्तिकेय का वाहन मोर को माना जाता है और मयिल नाम को इसका ही प्रतीक माना जाता है।
प्रभव : नाम से पता चल जाता है कि इसका शाब्दिक अर्थ हुआ प्रभावशाली या प्रभावी होना।
परम : परम नाम का मतलब भीड़ में भी अलग होना, अद्वितीय, सर्वश्रेष्ठ या सर्वोच्च होता है।
कार्तिकेयन : भगवान कार्तिकेय का जन्म कृतिका नक्षत्र में हुआ था इसलिए उनको कार्तिकेय या कार्तिकेयन के नाम से भी जाना जाता है।
मुरुकन- भगवान कार्तिकेय को दक्षिण भारत में मुरुगन के नाम से भी आराधना किया जाता है और उनका एक और नाम मुरुकन भी है। इसका मतलब होता है युद्ध का देवता और जैसा कि हमने आपको बताया कि उन्हें देवताओं का सेनापति भी कहा जाता है।
सेंधिल : इस नाम का अर्थ दुर्जेय, शक्तिशाली और बलशाली भी होता है।
स्कंदेय : इस नाम का अर्थ है शक्तिशाली शत्रुओं पर विजय पाने वाला।
1. बालगणपति : गणपति का बाल स्वरूप
2. भालचन्द्र : जिसके माथे पर चंद्रमा हो
3. बुद्धिनाथ : बुद्धि के नाथ या बुद्धि के देवता
4. धूम्रवर्ण : धुंए को उड़ाने वाले
5. एकाक्षर : एकल अक्षर
6. एकदन्त: एक दांत वाले
7. गजकर्ण : हाथी की तरह कान वाले
8. गजानन: हाथी के मुख वाले भगवान
9. गजवक्र : हाथी की सूंड वाले
10. गजवक्त्र: हाथी की तरह मुंह है
11. गणाध्यक्ष : सभी गणों के मालिक
12. गणपति : सभी गणों के मालिक
13. गौरीसुत : माता गौरी के बेटे
14. लम्बकर्ण : बड़े कान वाले देव
15. लम्बोदर : जिनका उदर (पेट) बड़ा हो
16. महाबल : अत्यधिक बलशाली
17. महागणपति : देवादिदेव
18. महेश्वर: सारे ब्रह्मांड के भगवान
19. मंगलमूर्ति : सभी शुभ कार्यों के देवता
20. मूषकवाहन : जिनका सारथी चूहा है
21. निदीश्वरम : धन और निधि के दाता
22. प्रथमेश्वर : सब के बीच प्रथम आने वाले
23. शूपकर्ण : बड़े कान वाले देव
24. शुभम : सभी शुभ कार्यों के प्रभु
25. सिद्धिदाता: इच्छाओं और अवसरों के स्वामी
26. सिद्दिविनायक : सफलता के स्वामी
27. सुरेश्वरम : देवों के देव।
28. वक्रतुण्ड : घुमावदार सूंड वाले
29. अखूरथ : जिसका सारथी चूहा है
30. अलम्पता : अनन्त देव।
31. अमित : अतुलनीय प्रभु
32. अनन्तचिदरुपम : अनंत और व्यक्ति चेतना वाले
33. अवनीश : पूरे विश्व के प्रभु
34. अविघ्न : बाधाएं हरने वाले।
35. भीम : विशाल
36. भूपति : धरती के मालिक
37. भुवनपति: देवों के देव।
38. बुद्धिप्रिय : ज्ञान के दाता
39. बुद्धिविधाता : बुद्धि के मालिक
40. चतुर्भुज: चार भुजाओं वाले
41. देवादेव : सभी भगवान में सर्वोपरि
42. देवांतकनाशकारी: बुराइयों और असुरों के विनाशक
43. देवव्रत : सबकी तपस्या स्वीकार करने वाले
44. देवेन्द्राशिक : सभी देवताओं की रक्षा करने वाले
45. धार्मिक : दान देने वाले
46. दूर्जा : अपराजित देव
47. द्वैमातुर : दो माताओं वाले
48. एकदंष्ट्र: एक दांत वाले
49. ईशानपुत्र : भगवान शिव के बेटे
50. गदाधर : जिनका हथियार गदा है
51. गणाध्यक्षिण : सभी पिंडों के नेता
52. गुणिन: सभी गुणों के ज्ञानी
53. हरिद्र : स्वर्ण के रंग वाले
54. हेरम्ब : मां का प्रिय पुत्र
55. कपिल : पीले भूरे रंग वाले
56. कवीश : कवियों के स्वामी
57. कीर्ति : यश के स्वामी
58. कृपाकर : कृपा करने वाले
59. कृष्णपिंगाश : पीली भूरी आंख वाले
60. क्षेमंकरी : माफी प्रदान करने वाला
61. क्षिप्रा : आराधना के योग्य
62. मनोमय : दिल जीतने वाले
63. मृत्युंजय : मौत को हराने वाले
64. मूढ़ाकरम : जिनमें खुशी का वास होता है
65. मुक्तिदायी : शाश्वत आनंद के दाता
66. नादप्रतिष्ठित : जिन्हें संगीत से प्यार हो
67. नमस्थेतु : सभी बुराइयों पर विजय प्राप्त करने वाले
68. नन्दन: भगवान शिव के पुत्र
69. सिद्धांथ: सफलता और उपलब्धियों के गुरु
70. पीताम्बर : पीले वस्त्र धारण करने वाले
71. प्रमोद : आनंद 72. पुरुष
73. रक्त : लाल रंग के शरीर वाले
74. रुद्रप्रिय : भगवान शिव के चहेते
75. सर्वदेवात्मन : सभी स्वर्गीय प्रसाद के स्वीकर्ता
76) सर्वसिद्धांत : कौशल और बुद्धि के दाता
77. सर्वात्मन : ब्रह्मांड की रक्षा करने वाले
78. ओमकार : ओम के आकार वाले
79. शशिवर्णम : जिनका रंग चंद्रमा को भाता हो
80. शुभगुणकानन : जो सभी गुणों के गुरु हैं
81. श्वेता : जो सफेद रंग के रूप में शुद्ध हैं
82. सिद्धिप्रिय : इच्छापूर्ति वाले
83. स्कन्दपूर्वज : भगवान कार्तिकेय के भाई
84. सुमुख : शुभ मुख वाले
85. स्वरूप : सौंदर्य के प्रेमी
86. तरुण : जिनकी कोई आयु न हो
87. उद्दण्ड : शरारती
88. उमापुत्र : पार्वती के पुत्र
89. वरगणपति : अवसरों के स्वामी
90. वरप्रद : इच्छाओं और अवसरों के अनुदाता
91. वरदविनायक: सफलता के स्वामी
92. वीरगणपति : वीर प्रभु
93. विद्यावारिधि : बुद्धि के देव
94. विघ्नहर : बाधाओं को दूर करने वाले
95. विघ्नहत्र्ता: विघ्न हरने वाले
96. विघ्नविनाशन : बाधाओं का अंत करने वाले
97. विघ्नराज : सभी बाधाओं के मालिक
98. विघ्नराजेन्द्र : सभी बाधाओं के भगवान
99. विघ्नविनाशाय : बाधाओं का नाश करने वाले
100. विघ्नेश्वर : बाधाओं के हरने वाले भगवान
101. विकट : अत्यंत विशाल
102. विनायक : सब के भगवान
103. विश्वमुख : ब्रह्मांड के गुरु
104. विश्वराजा : संसार के स्वामी
105. यज्ञकाय : सभी बलि को स्वीकार करने वाले
106. यशस्कर : प्रसिद्धि और भाग्य के स्वामी
107. यशस्विन : सबसे प्यारे और लोकप्रिय देव
108. योगाधिप : ध्यान के प्रभु
ऊपर आपने भगवान भोलेनाथ के दो पुत्रों के अलग-अलग प्रकार के नामों को जाना अब आप भगवान शिव के अनेक नामों में से भी अपने बच्चे के नाम का चयन कर सकते हैं।
शिव |
कल्याणस्वरूप. | |
2 |
हर |
भक्तों के पाप ताप हरने वाले. |
3 |
मृङ |
सुखदाता. |
4 |
रुद्र |
दुःख दूर करने वाले. |
5 |
पुष्कर |
आकाशस्वरूप. |
6 |
पुष्पलोचन |
पुष्प के समान खिले हुए नेत्र वाले. |
7 |
अर्थिगम्य |
प्रार्थियों को प्राप्त होने वाले. |
8 |
सदाचार |
श्रेष्ठ आचारण वाले. |
9 |
शर्व |
संहारकारी. |
10 |
शम्भु |
कल्याण निकेतन. |
11 |
महेश्वर |
महान् ईश्वर. |
12 |
चन्द्रापीड |
चन्द्रमा को शिरोभूषण के रूप में धारण करने वाले. |
13 |
चन्द्रमौलि |
सिर पर चन्द्रमा का मुकुट धारण करने वाले. |
14 |
विश्वम् |
सर्वस्वरूप. |
15 |
विश्वम्भेश्वर |
विश्व का भरण-पोषण करने वाले श्रीविष्णु के भी ईश्वर. |
16 |
वेदान्तसारसंदोह |
वेदान्त के सारतत्व सच्चिदानन्दमय ब्रहम की साकार मूर्ति. |
17 |
कपाली |
हाथ में कपाल(skull) धारण करने वाले.. |
18 |
नीललोहित |
गले में नील और शेष अंगों में लोहित वर्ण वाले. |
19 |
ध्यानाधार |
ध्यान के आधार. |
20 |
अपरिच्छेद्य |
देश, काल और वस्तु की सीमा से अविभाज्य. |
21 |
गौरीभर्ता |
गौरी अर्थात पार्वती के पति. |
22 |
गणेश्वर |
प्रमथगानों के स्वामी. |
23 |
अष्टमूर्ति |
जल, अग्नि, वायु, आकाश, सूर्य, चन्द्रमा पृथ्वी और यजमान- इन आठ रूपों वाले. |
24 |
विश्वमूर्ति |
अखिल ब्रह्मांड विशाल पुरुष.. |
25 |
त्रिवर्गस्वर्गसाधन |
धर्म, अर्थ, काम तथा स्वर्ग की प्राप्ति करनवाले.. |
26 |
ज्ञानगम्य |
ज्ञान से ही अनुभव में आने के योग्य. |
27 |
दृढप्रज्ञ |
सुस्थिर बुद्धिवालें. |
28 |
देवदेव |
देवताओं के भी आराध्य. |
29 |
त्रिलोचन |
सूर्य, चन्द्रमा और अग्निरूप तीन नेत्रों वाले.. |
30 |
वामदेव |
लोक के विपरीत स्वभाव वाले देवता. |
31 |
महादेव |
ब्रहमादिकों के भी पूजनीय महान भगवान. |
32 |
पटु |
सब कुछ करने में समर्थ एवं कुशल. |
33 |
परिवृद्ध |
स्वामी. |
34 |
दृढ |
कभी विचलित न होने वाले. |
35 |
विश्वरूप |
जगत्स्वरूप. |
36 |
विरूपाक्ष |
विकट नेत्र वाले. |
37 |
वागीश |
वाणी के अधिपति. |
38 |
शुचिसत्तम |
पवित्र पुरुषों में भी सबसे श्रेष्ठ. |
39 |
सर्वप्रमाणसंवादी |
सम्पूर्ण प्रमाणों में सामंजस्य स्थापित करने वाले. |
40 |
वृषांक |
अपनी ध्वजा में वृषभ का चिन्ह धारण करने वाले. |
41 |
वृषवाहन |
वृषभ या धर्म रूपी वाहन धारण करने वाले. |
42 |
ईश |
स्वामी और शासक. |
43 |
पिनाकी |
पिनाक नामक धनुष धारण करने वाले. |
44 |
खटवांगी |
खाट के पाये की आकृति का एक आयुध धारण करने वाले. |
45 |
चित्रवेष |
विचित्र वेषधारी. |
46 |
चिरंतन |
पुराण अनादि पुरुषोत्तम. |
47 |
तमोहर |
अज्ञानान्धकार को दूर करने वाले. |
48 |
महायोगी |
महान् योग से सम्पन्न. |
49 |
गोप्ता |
रक्षक. |
50 |
ब्रहमा |
सृष्टिकृर्ता. |
51 |
धूर्जटि |
जटा के भार से युक्त. |
52 |
कालकाल |
काल के भी काल(समय से परे या बलवान). |
53 |
कृत्तिवासी |
गजासुर के चर्म को वस्त्र के रूप में धारण करने वाले. |
54 |
सुभग |
सौभाग्यशाली. |
55 |
प्रणवात्मक |
ओंकार स्वरूप अथवा प्रणव के वाच्यार्थ. |
56 |
उन्नध |
बन्धनरहित. |
57 |
पुरुष |
अन्तर्यामी आत्मा. |
58 |
जुष्य |
सेवन करने योग्य. |
59 |
दुर्वासा |
दुर्वासा नामक मुनि के रूप में अवतीर्ण. |
60 |
पुरशासन |
तीन मायामय असुरपुरों का दमन करने वाले. |
61 |
दिव्यायुध |
पाशुपत आदि दिव्यास्त्र धारण करने वाले. |
62 |
स्कन्दगुरु |
कार्तिकेयजी के गुरु. |
63 |
परमेष्ठी |
अपनी प्रकृष्ट महिमा में स्थित रहने वाले. |
64 |
परात्पर |
कारण के भी कारण. |
65 |
अनादिमध्यनिधन |
आदि, मध्य और अन्त से रहित. |
66 |
गिरिश |
कैलास के अधिपति. |
67 |
गिरिजाधव |
पार्वती के पति. |
68 |
कुबेरबन्धु |
कुबेर को अपना भाई मान वाले. |
69 |
श्रीकण्ठ |
श्यामसुषमा से सुशोभित कण्ठवाले. |
70 |
लोकवर्णोत्तम |
समस्त लोकों और वर्णों से श्रेष्ठ. |
71 |
मुदु |
कोमल स्वभाव वाले. |
72 |
समाधिवेद्य |
समाधि अथवा चित्तवृत्तियों के निरोध से अनुभव में आने योग्य. |
73 |
कोदण्डी |
धनुर्धर. |
74 |
नीलकण्ठ |
कण्ठ में हालाहल विष का नील चिहन धारण करने वाले. |
75 |
परश्वधी |
परशुधारी. |
76 |
विशालाक्ष |
बड़े-बड़े नेत्रों वाले. |
77 |
मृगव्याध |
वन में व्याप या किरात के रूप में प्रकट हो शूकर के ऊपर बाण चलाने वाले. |
78 |
सुरेश |
देवताओं के स्वामी. |
79 |
सूर्यतापन |
सूर्य को भी दण्ड देने वाले. |
80 |
धर्मधाम |
धर्म के आश्रय. |
81 |
क्षमाक्षेत्रम् |
क्षमा के उत्पत्ति स्थान. |
82 |
भगवान् |
सम्पूर्ण ऐश्वर्य, धर्म, यश, श्री, ज्ञान तथा वैराग्य के आश्रय. |
83 |
भगनेत्रभित् |
भगदेवता के नेत्र का भेदन करने वाले. |
84 |
उग्र |
संहारकाल में भयंकर रूप धारण करने वाले. |
85 |
पशुपति |
मायारूप में बंधे हुए पाशबद्ध पशुओं (जीवों) को तत्वज्ञान के द्वारा मुक्त करके यथार्थरूप से उनका करने पालन वाले. |
86 |
तार्क्ष्य |
गरुड़रूप. |
87 |
प्रियभक्त |
भक्तों से प्रेम करने वाले. |
88 |
परंतप |
शत्रुता रखने वालों को संताप देने वाले. |
89 |
दाता |
दानी. |
90 |
दयाकर |
भक्तोंपर कृपा करने वाले. |
91 |
दक्ष |
कुशल. |
92 |
कपर्दी |
जटाजूटधारी. |
93 |
कामशासन |
कामदेव का दमन करने वाले. |
94 |
श्मशाननिलय |
श्मशानवासी. |
95 |
सूक्ष्म |
इन्द्रियातीत और सर्वव्यापी. |
96 |
श्मशानस्थ |
श्मशानभूमि में विश्राम करने वाले. |
97 |
महेश्वर |
सबसे महान् ईश्वर. |
98 |
लोककर्ता |
विश्व जगत की सृष्टि करने वाले. |
99 |
मृगपति |
मृग के पालक. |
100 |
महाकर्ता |
विराट् ब्रह्माण्ड की सृष्टि करने के समय महान कर्तृत्व से सम्पन्न. |
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