Momo Whatsapp Challenge ...
ब्लू व्हेल गेम के बाद अब Momo WhatsApp Challenge सोशल मीडिया पर बड़ी तेजी के साथ अपना पैर पसार रहा है। इस गेम्स के खतरे से बच्चों को बचाने के लिए सीबीएसई बोर्ड ने चैलेंज स्वीकार किया है। सीबीएसई ने सभी स्कूलों को एडवाइजरी जारी कर निर्देश जारी किया है। इस एडवाइजरी में इलेक्ट्रॉनिक्स व सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के निर्देशों का हवाला दिया गया है। आज के समय में अधिकांश बच्चे सोशल मीडिया के विभिन्न टूल्स से जुड़े होते हैं खास तौर पर व्हाट्सएप तो हर किसी के मोबाइल में होता है। आपके बच्चे भी व्हाट्सएप यूज करते होंगे तो इस ब्लॉग को गौर से पढिए। [इसे भी पढ़ें: असरदार उपाय PUBG या अन्य ऑनलाइन गेम्स की लत छुड़ाने के]
आखिर WhatsApp Momo Challenge की सच्चाई क्या है और क्या हैं इसके खतरनाक इरादे सबसे बड़ी बात की आप अपने बच्चे को कैसे इस सोशल इंजीनियरिंग स्कीम के चंगुल में फंसने से बचा सकते हैं इसके बारे में विस्तार से जानने के लिए इस ब्लॉग को जरूर पढ़ें।
एडवाइजरी में स्कूल के शिक्षकों एवं अभिभावकों को बच्चे के अंदर इन लक्षणों को महसूस करने पर सतर्क हो जाने की सलाह दी है।
मोमो वाट्सऐप को ‘Blue Whale Challenge’ जैसा ही बताया जा रहा है। हम आपको बता दें कि मोमो प्रोफाइल को सबसे पहले फेसबुक पर देखा गया था जिसके बाद कई लोगों ने इस प्रोफाइल पर संपर्क करने का प्रयास किया। मोमो व्हाट्सएप की प्रोफाइल में जो इमेज है वो साल 2016 में जापान के एक संग्रहालय में प्रदर्शित की गई एक प्रतिमा से मिलता जुलता है। मोमो व्हाट्सएप को कॉन्सिपिरेथी थ्योरी कहा जाता है जिसका लक्ष्य लोगों के दिलों में डर पैदा करना है। लैटिन अमेरिकी देशों में मोमो व्हाट्सएप ने लोगों की नींद उड़ा कर रख दिया है।
DFNDR Lab की डायरेक्टर इमिलियो सिमोनी ने इस बारे में लिखा है - ''सोशल मीडिया साइट्स पर ये कॉन्टेक्ट नंबर वायरल होने के बाद कई लोगों ने ठीक ऐसी ही प्रोफाइल बना लिए हैं. जिससे खतरा और बढ़ता जा रहा है.'' लैब के सेक्यूरिटी एक्सपर्ट्स ने मोमो नंबर सेव करके बात करने की कोशिश की. लेकिन कोई रिस्पॉन्स नहीं मिला. ऐसे में पता करना मुश्किल है कि आखिर असली क्रिएटर कौन है। दरअसल इस तरह की चीजों को देखकर सबसे ज्यादा बच्चे ही आकर्षित होते हैं और यही वजह है कि इस तरह की नई सोशल इंजीनियरिंग स्कीम बच्चों को सबसे ज्यादा शिकार बनाते हैं। ब्लू व्हेल गेम के साथ भी ऐसा कुछ देखने को मिला जब इस गेम के चक्कर में फंसकर कई बच्चों ने अपनी जान गंवा दी।
हालांकि साइबर एक्सपर्ट्स की माने तो Momo WhatsApp Challenge किसी तरह का गेम नहीं है बल्कि एक तस्वीर के माध्यम से लोगो की व्यक्तिगत जानकारी चोरी करने के लिए इसको यूज किया जा रहा है। साइबर एक्सपर्ट रीतेश भाटिया ने Momo WhatsApp Challenge की सच्चाई का पता लगाने के लिए जापान, कोलंबिया और मेक्सिको के व्हाट्सएप ग्रुप से संपर्क करने का प्रयास किया। रीतेश भाटिया ने दावा किया है कि Momo WhatsApp Challenge के सारे नंबर इनेक्टिव पाए गए। साइबर एकस्पर्ट रीतेश बताते हैं कि मोमो व्हाट्सएप ना तो किसी प्रकार का चैलेंज है और ना ही कोई गेम। ये बस एक फरेब है। कुछ शरारती लोग इस इमेज का इस्तेमाल कर लोगों के बीच भय का माहौल बनाना चाहते हैं। इस तरह की अफवाहों पर ध्यान नहीं देना चाहिए और अगर कोई डराने के लिए मैसेज भेजता है तो उसको तत्काल ब्लॉक कर देना चाहिए। पिछले महीने ही मेक्सिको की पुलिस ने चेतावनी देते हुए कहा था कि Momo WhatsApp Challenge का असली उद्देष्य लोगों के व्यक्तिगत जानकारी को हासिल करना है।
आगे हम आपको बताने जा रहे हैं कि कैसे आप अपने बच्चे को इस खतरे से बचा सकते हैं। इसके लिए आपको बस थोड़ी एहतियात बरतने की जरूरत है।
Be the first to support
Be the first to share
Comment (0)