अपने बच्चे के लिए टूथपेस् ...
आज सुबह ही राशि ने अपने लाडले के मुंह में निकलते पहले दांत को देखा और सोच में पड़ गई थी उसे अपने नन्हे बच्चे के लिए कौन सा टूथपेस्ट लेने की जरूरत पड़ेगी। राशि नहीं चाहती थी कि उसके बच्चे के दांत शुरुआत में ही खराब हो जाए। ऐसा इसलिए भी था क्योंकि उसके नन्हे बच्चे को अन्य बच्चों की तरह ही मीठा खाना बहुत पसंद है। राशि उसी शाम बाजार गई और अपने नन्हे बच्चे के लिए टूथपेस्ट खरीदने के लिए एक शॉप में घुसी। शॉप वाले भैया ने राशि को छोटे बच्चों के लिए इतनी तरह का टूथपेस्ट दिखा दिया कि राशि कंफ्यूज हो गई कि उसके नन्हे बच्चे के दांतो के लिए कौन सा टूथपेस्ट परफेक्ट है। सच में देखा जाए तो यह समस्या सिर्फ राशि की नहीं बल्कि आप में से कई लोगों की होगी। चूंकि, बाजार में बच्चों के लिए ही कई तरह के टूथपेस्ट उपलब्ध हैं, तो निश्चित करने में दिक्कत हो जा सकती है कि आपके बच्चे के लिए सबसे अच्छा टूथपेस्ट कौन सा होगा। आज इस ब्लॉग में जानते हैं कि अपने बच्चे के लिए टूथपेस्ट का चयन करते समय हमें किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
अधिकतर लोग यह सोचते हैं कि सभी टूथपेस्ट एक जैसे ही होते हैं। लेकिन ऐसा नहीं है। अपने बच्चे के लिए टूथपेस्ट खरीदने से पहले आपको इनग्रेडिएंट को समझने के लिए टूथपेस्ट पर दिए गए लेबर को जरूर पढ़ना चाहिए। साथ ही यह भी जानना जरूरी है कि 2 साल से कम उम्र के बच्चे अमूमन अपने टूथपेस्ट को निकल जाते हैं जो कि उन्हें बीमार बना सकता है। इसलिए अपने बच्चे के लिए टूथपेस्ट का चयन करते समय कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है।
एब्रेसिव
दांतों को सफेद बनाए रखने के लिए डिजाइन किए जाने वाले अधिकतर टूथपेस्ट में एब्रेसिव होता है। यह दांतों से प्लैक और टार को दूर कर देता है। कैल्शियम कार्बोनेट यानी ब्रेकिंग सोडा और सिलीकेट यानी रेत आम एब्रेसिव माने जाते हैं। यह दातों के खिलाफ रगड़ कर दांतो को स्मूथ और पोलीस वाला सरफेस प्रदान करते हैं। अधिकतर छोटे बच्चों को अपने दांतो को साफ करने के लिए एब्रेसिव की जरूरत नहीं पड़ती है। इन टूथपेस्ट के इस्तेमाल से गम इरोजन (gum erosion) जैसी समस्या भी हो सकती है, खासकर उन बच्चों में जिन्हें यह नहीं पता कि दांतों को इस तरह टूथ ब्रश से साफ करना चाहिए।
फ्लोराइड
अमूमन हर टूथपेस्ट में फ्लोराइड कॉन्टेंट पाया जाता है। लेकिन बड़ों के टूथपेस्ट और बच्चों के टूथपेस्ट में फ्लोराइड कॉन्टेंट अलग-अलग होना चाहिए। अधिकतर रेगुलर टूथपेस्ट में 1000 से 1500 पीपीएम फ्लोराइड पाया जाता है। जैसा कि ऊपर भी बताया गया है कि 2 साल की उम्र तक के बच्चे अपने टूथपेस्ट को निगल सकते हैं। यदि उनके टूथपेस्ट में फ्लोराइड ज्यादा है, तो टूथपेस्ट के निगलने से यह बच्चों को बीमार कर सकता है। इसलिए बच्चों के लिए ऐसे टूथपेस्ट का चयन करना चाहिए जिसमें 1000 पीपीएम से ज्यादा फ्लोराइड न हो।
फ्लेवर
बड़ों के ओरल प्रोडक्ट में मिंट सबसे पॉपुलर फ्लेवर है लेकिन बात जब बच्चों की आती है, तो उन्हें स्ट्रॉबेरी या वॉटरमेलन जैसे फ्लेवर ज्यादा पसंद आते हैं। अधिकतर छोटे बच्चों को ब्रश करना इसलिए भी अच्छा नहीं लगता है क्योंकि उन्हें रेगुलर टूथपेस्ट का टेस्ट पसंद नहीं आता है। आपको शुरुआत में तब तक स्ट्रगल करना पड़ सकता है, जब तक आपके बच्चे को कोई फ्लेवर पसंद नहीं आ जाता है।
डेन्टिस्ट का सर्टिफिकेशन
किसी भी टूथपेस्ट को तभी पूरी तरह से सुरक्षित माना जा सकता है, जब उसे डेन्टिस्ट की तरफ से मान्यता मिली हो। यदि आपको किसी भी टूथपेस्ट के बारे में कोई सवाल है तो इसके लिए अपने डेंटिस्ट से संपर्क किया जा सकता है।
क्लिनिकली टेस्टेड
हर टूथपेस्ट पर यह लिखा होता है कि वो क्लिनिकली टेस्टेड है या नहीं। बच्चों के टूथपेस्ट का भी क्लिनिकली टेस्टेड होना बहुत जरूरी है ताकि उनके लिए पूरी तरह सुरक्षित हो। क्लिनिकली टेस्टेड होने के बारे में जानकारी टूथपेस्ट के लेबल पर ही लिखी होती है। हर माता-पिता के लिए यह जरूरी है कि वे समय रहते ही अपने नन्हे बच्चे में दांतों को साफ रखने की आदत विकसित करें। इसे बच्चों के लिए फ़्रेंडली बनाने की कोशिश भी की जानी चाहिए ताकि यह उन्हें मजेदार लगे और वे इसे इन्जॉय कर पाएं।
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