क्या है बच्चों में डायबिट ...
आप एक मां हैं तो क्या कभी आपने खुद के बचपन और अपने बच्चे के बचपन की तुलना की है। क्या आपको ऐसा नहीं लगता है कि बदलते वक्त के साथ-साथ हमारे लाइफस्टाइल में बदलाव आया, आहार में बदलाव आया है और भी बहुत कुछ बदल चुका है। तेजी से बदलती हुई जीवनशैली के परिणाम स्वरूप तनाव, डिप्रेशन और चिंता जीवन का अभिन्न अंग बनता जा रहा है और इन्हीं वजहों से कई बीमारियां लोगों को अपनी चपेट में ले लेती है। इन्हीं बीमारियों में से एक है डायबिटीज। अगर अपने देश की बात करें तो करोड़ों लोग डायबिटीज की समस्या से पीड़ित हैं। डायबिटीज बच्चों के लिए भी बड़ा खतरा बनता जा रहा है। लेकिन आपको परेशान होने की आवश्यकता नहीं है। तो आइये जानते हैं कि डायबिटीज के प्रकार और बच्चों में डायबिटीज के किस तरह के लक्षण (Diabetes Symptoms in Children) नजर आते हैं ? [इसे भी जानिए: क्या हैं गर्भावधि मधुमेह (शुगर) की रोकथाम के उपाय?]
डायबिटीज को बोलचाल की भाषा में मधुमेह (madhumeh) के नाम से भी जाना जाता है। डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है जो धीरे-धीरे करके शरीर के बहुत सारे अंगों पर अपना प्रभाव डालते हुए उनको निष्क्रिय बना देती है और यही वजह है कि इसको धीमा जहर भी कहा जाता है। बच्चों में होने वाले डायबिटीज को जुवेनाइल डायबिटीज (Juvenile Diabetes) कहा जाता है।
मानव शरीर में जब अग्नाशय यानि Pancreas में इंसुलिन का स्त्राव कम हो जाता है और इसकी वजह से खून में ग्लूकोज का लेवल सामान्य से अधिक वृद्धि हो जाती है तो ऐसी परिस्थिति को डायबिटीज कहा जाता है। इंसुलिन एक हार्मोन है जो भोजन को ऊर्जा में परिवर्तित करता है। इस हार्मोन की कमी होने के चलते हमारा शरीर शुगर की मात्रा को नियंत्रित नहीं कर पाता है। हम लोग जो कुछ भी भोजन के रूप में लेते हैं वह ऊर्जा के रूप में बदल नहीं पाता है। डायबिटीज के परिणामस्वरूप आंखें, मस्तिष्क, हृदय, धमनियां और गुर्दे बुरी तरह से प्रभावित होते हैं। [इसे भी पढ़ें: क्या डायबिटीज के दौरान स्तनपान कराना सुरक्षित है?]
समय रहते हुए आपने डायबिटीज के लक्षणों को चिन्हित कर लिया तो आप अपने बच्चे को डायबिटीज का शिकार बनने से रोक सकते हैं। ऐसे पहचानिए बच्चों में डायबिटीज के लक्षण...
अगर बच्चे को सामान्य स्थिति के बजाय ज्यादा भूख महसूस होने लगा है तो इस लक्षण को नजरंदाज नहीं करना चाहिए। दरअसल इस बीमारी के चलते वे जो कुछ भी खाते हैं वह ऊर्जा में बदल नहीं पाता है और उनको ज्यादा भूख लगने लगती है।
अगर बच्चा अच्छे से खाना खा रहा है लेकिन उसके वजन में कमी हो रही है तो ये भी डायबिटीज का एक लक्षण हो सकता है।
यानि ज्यादा प्यास लगना (Excessive Thirst) शरीर में शुगर का लेवल बढ़ जाने से भी ज्यादा प्यास लगती है।
जैसा की हमने ऊपर बताया कि डायबिटीज की वजह से बच्चा बहुत पानी पीने लगता है तो स्वाभाविक है कि पेशाब भी बार-बार करेगा। हालांकि इसको लेकर परेशान ना हो क्योंकि हो सकता है कि ये शुरूआती लक्षण हो लेकिन अगर ये लक्षण नजर आएं तो सतर्क हो जाएं।
अगर आपका बच्चा बहुत ज्यादा थकावट महसूस करे तो भी सावधान हो जाएं। चूंकि इंसुलिन की कमी के चलते शरीर को ऊर्जा मिल नहीं पाती है तो इसलिए थकावट महसूस होती है।
डायबिटीज से पीड़ित बच्चों का मूड अचानक से परिवर्तित होने लगता है। चिड़चिड़ापन या उदासीपन महसूस करने लगते हैं।
शरीर के घाव अगर जल्दी नहीं भर रहे हों या फिर बार-बार हो रहे हों तो भी सतर्क हो जाएं।
अगर आपको अपने बच्चे में उपर बताए हुए लक्षण नजर आते हैं तो फौरन डॉक्टर से संपर्क करें। डॉक्टर की सलाह के मुताबिक बच्चे का ख्याल रखें।
Be the first to support
Be the first to share
Comment (0)