क्या है Wheat एलर्जी और ...
पिछले कुछ साल से बच्चों को व्हीट एलर्जी यानी ग्लूटोन से एलर्जी नाम की बीमारी बहुत परेशान कर रही है। यह अलग तरह की बीमारी है, इसके खतरे दूसरी बीमारियों की तरह नहीं हैं, यह जानलेवा भी नहीं है। पर समय पर इसका समाधान न हो तो यह दूसरे जटिल रोगों का रूप ले सकती है। इसे सीलिएक डिजीज भी कहा जाता है। जागरूकता के अभाव में इस बीमारी से पीड़ित बच्चों का न तो पूरी तरह विकास हो पाता है और न सही से इलाज ही होता है। आज हम बात करेंगे इसी बीमारी पर। क्या है व्हीट एलर्जी, क्या हैं इसके लक्षण और इससे कैसे बचना चाहिए।
इस बीमारी का कोई इलाज नहीं है, लेकिन खाने में ग्लूटोन के तमाम स्रोतों से युक्त आहार से परहेज करके इस बीमारी से बचा जा सकता है। व्हीट एलर्जी से पीड़ित बच्चे को आजीवन ग्लूटोन युक्त खाद्य वस्तुओं से परहेज करना पड़ता है। इस नियम का पालन करने के लिए खाने-पीने के मामले में कड़े संयम व सावधानी की जरूरत है। इस ब्लॉग को तो जरूर पढ़ लें :- फूड आइटम्स से भी हो सकता है आपके बच्चों को एलर्जी
डॉक्टरों के अनुसार इस बीमारी से पीड़ित बच्चों या बड़ों को बिस्कुट, रोटी, ब्रेड, मट्ठी या कोई भी ऐसी चीज नहीं खानी चाहिए जिसमें ग्लूटोन हो। गेहूं, जौ और राई से तो बिल्कुल ही परहेज करना चाहिए। इसके अलावा फास्ट पिज्जा, पास्ता, मफिन्स, कुकीज, बियर, आइसक्रीम, नूडल्स व जेली बीन आदि में भी ग्लूटोन हो सकता है। ऐसे में इससे भी परहेज करना चाहिए।
ग्लूटोन से मुक्त आहार के लिए चावल, मक्का, ज्वार व सभी प्रकार की फलियां, फल, सब्जियां, दूध व दही जैसे पदार्थ लिए जा सकता हैं।
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