नवजात शिशुओं के कपड़े इस तरह के होने चाहिए

आप अपने नवजात शिशु को हमेशा ऐसे कपडे पहनाये, जो शिशु के लिए आरामदायक हो, और उसे फिट आये, और शिशुओ के कपडे बदलते समय किसी असुविधा का सामना न करना पड़े। नवजात शिशुओ के कपडे किस तरह के होने चाहिए आईये जानते है।
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नवजात शिशु के लिए गर्मी के मौसम के कपड़े/ Summer Season Clothes For Newborns In Hindi
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गर्मियों में शिशुओ का विशेष ध्यान देना पड़ता है।
- गर्मी के मौसम में शिशुओ को ठंडक देने वाले सूती कपडे ही पहनाएं। शिशुओ को सिंथेटिक कपडे ना पहनाये, क्योकि वो गर्माहट को अंदर ही रोक लेते है, और शिशु के लिए बहुत ज्यादा ही तकलीफ देह हो सकते है।
- .अगर आप शिशु के साथ कही बाहर जा रहे है, तो शिशु को धूप से बचाने के लिए टोपी या हैट पहनाये, लेकिन याद रहे वो टोपी रिंग वाली होनी चाहिए और बच्चे के सर में फिट आये, धूप में बाहर निकलते समय बच्चे को पूरी बाजू के हल्के कपड़े पहनाये।
- अगर आपका बच्चा घर पर है, तो डायपर का इस्तेमाल ना करें। डायपर की जगह सूती नैपी पहनाएं। कपड़े की नैपियां शिशु के लिए ज्यादा आरामदायक होती हैं। ये गर्मी और डायपर से होने वाली रैशेज से बचाती हैं, और इसके साथ ही तीन चार छोटे पतले सूती कपडे के गद्दे भी लाये जिससे बच्चे के द्वारा बार-बार गीला किया जाने पर बदला जा सके। अगर आपको डायपर पहनाना जरुरी है, तो फिर बच्चों के कमरे का तापमान ठंडा रखें।
- .शिशु के कपडे लेते समय ध्यान रखे की कपडे सामने से बटन वाले हो, क्योकि ऐसे कपडे पहनने व निकालने में आसान होते है, और शिशु को ज्यादा परेशानी भी नहीं होती है।
- .शिशुओ के लिए हमेशा नर्म व आरामदायक कपड़ो का ही चुनाव करे। कपडे हमेशा सिंपल ही चुनें, फैंसी आइटम लगे हुए कपड़ो का इस्तेमाल ना करें। शिशु को कढ़ाई वाले कपड़े न पहनाएं। यह देखने में तो अच्छे लगते हैं, पर ऐसी चीजे शिशुओ को हानि पहुंचा सकती है।
- शिशुओ के कपड़े खरीदते समय यह देख ले की उनमें कोई चैन या कोई फैंसी फ्लावर पिन न लगा हो। कपड़ों पर लगी चैन बच्चे को चुभ सकती है। जिससे शिशु को परेशानी हो सकती है।
नवजात शिशु के लिए सर्दियों के मौसम के कपड़े/ Winter Season Clothes For Newborns in Hindi
- .नवजात शिशुओ के सर्दियों के कपडे लेते समय ध्यान रखना चाहिए, की कपडे नर्म, गर्म, और आरामदायक हो। ऐसे कपडे जिसमे कोई टेग न लगा हो। शिशु की त्वचा बहुत ही नाजुक होती है। टैग वाले कपडे बच्चे को चुभ सकते है।
- शिशु के हाथ पैर हमेशा गर्म रहें, इसके लिए उन्हें मौजे और दस्ताने पहनाने चाहिए और शिशु का सर हमेशा टोपी से ढकना चाहिए। क्योकि सर्दियों में सबसे ज्यादा ठण्ड बच्चे को खुले हाथ पैर और सर से लगती है और बच्चे जल्दी बीमार पड़ जाते है।
- .शिशुओ को कई बार ऊनी कपड़ो से एलर्जी होने लगती है। जिससे उसके शरीर पर रेसेश पड़ जाते है। इसलिए कपडे तापमान के हिसाब से ही होने चाहिए। थोडी सी खरोच भी बच्चे को नुकसान पहुचा सकती है।
- .शिशुओ को ज्यादा मोटे और भारी कपडे न पहनाये और ज्यादा ढीले कपडे भी जो शिशु के अनुरूप न हो ऐसे कपडे का इस्तेमाल न करे, लोअर में इलास्टिक का विशेष ध्यान रखे। शिशु के कपड़ो में इलास्टिक न ही हो तो अच्छा है।
- .नवजात शिशुओ के लिए ऐसे कपडे खरीदने चाहिए, जिसमे उन्हें बार बार नेपी पहनाने और उतारने में मुस्किल ना हो, क्योकि नवजात शिशु अक्सर पौटी करते है, इसलिए इस बात को अनदेखा नहीं किया जा सकता।
- .नवजात शिशुओ के लिए आप उनके साइज़ से थोडा सा बड़ा कपडा ख़रीदे, क्योकि शिशुओ का विकास तेजी से होता है, पलक झपकते ही शिशु बढ़ जाते है। वे एक कपडा कई महीनो तक नहीं पहन पाते, इसीलिए आप जरुरत के हिसाब से ही कपडे ख़रीदे।
बरसात के मौसम में शिशुओ को तापमान के हिसाब से कपडे पहनाये जैसे हलकी ठण्ड या बारिश के बाद चिपचिपी गर्मी, उमस, होती है।
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