फूड आइटम्स से भी हो सकता ...
बच्चो को एलर्जी होने के कई कारण हो सकते हैं जैसे कि यदि आपके परिवार में पहले से किसी को ऐसी समस्या हो तो लेकिन सवाल ये है कि आखिर कैसे पता करे की आपके बच्चे को एलर्जी है या नहीं? वे कौन से खाद्य प्रदार्थ हैं जिनसे आपके बच्चो को एलर्जी का खतरा हो सकता है? किन लक्षणों से पहचाने अपने बच्चे के एलर्जी को और इससे बचने के लिए क्या करे? बच्चो में एलर्जी किसे कहते है? जब बच्चा कोई भोजन लेता है, तो कुछ स्थितियों में उसका शरीर भी प्रतिक्रिया कर देता है। इस अवस्था में शरीर में हिस्टामइन नाम का रसायन पैदा कर देता है। यह अवस्था एलर्जी कहलाती है। बच्चो का इम्यूनिटी सिस्टम कमजोर होता है इसलिए कभी कभी कुछ खाद्य पादर्थ के लिए बच्चो का शरीर संवेदनशील प्रतिक्रिया देता है।
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-- आमतौर पर यह देखा जाता है की बच्चों से पहले की पीढ़ी में किसी प्रकार की एलर्जी तो नहीं। यदि पहले किसी को एलर्जी हो तो यह अवस्था बच्चे के शरीर में भी आ जाती है। छोटे बच्चों के शरीर में यह जींस उस विशेष भोजन के प्रति तुरंत प्रतिक्रिया करते हैं। परिणामस्वरूप उनके शरीर में भी एलर्जी के लक्षण दिखाई दे जाते हैं। इसलिए इस बात का ध्यान रखें की कुछ नया खाने के बाद शिशु के शरीर में कोई परिवर्तन तो नहीं आता?
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-- अनाज,अंडे,दूध,मूँगफली,काजू और अखरोट’, मछ्ली,शैलफिश,तिल, सरसों आदि | यह सभी आहार सामान्य रूप से बच्चों को एलर्जी की परेशानी कर सकते हैं। लेकिन आपके बच्चे को इसके अलावा किसी भी अन्य आहार से एलर्जी हो सकती है। इसलिए आपको बच्चों को खाना खिलाते समय थोड़ा सतर्क रहना होगा। विशेषकर जब आप शिशु के भोजन में कोई नया आहार शामिल कर रहीं हैं। इस स्थिति में विशेषकर एलर्जी के लक्षणों का ध्यान रखें।
- किसी आहार के बाद यदि छोटे बच्चों की त्वचा, सांस या पेट में किसी भी प्रकार की परेशानी होती है तो इसे अनदेखा न करें। यह लक्षण हल्की या तीव्र एलर्जी के हो सकते हैं। इसके अतिरिक्त एलर्जी के लक्षण और भी कई रूप में हो सकते है ,होंठों पर, ज़ुबान और चेहरे पर हल्की सूजन,आँखों में हल्की लाली और पानी आना,छींके आना और नाक से पानी आना,छींक और खांसी का एकसाथ आना,पेट में दर्द होना ,दस्त होना ,उल्टी होना।
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बच्चे को एलर्जी से बचाने के लिए क्या करे -- जब बच्चा छह महीने की आयु पूरी कर लेता है तभी उसे ठोस आहार देना शुरू करें और अपने नन्हें-मुन्ने को कोई भी नया आहार शाम के समय या ऐसे दिन न दे जब डॉक्टर मिलना मुश्किल हो ,विशेषकर जब आपके परिवार में किसी को एलर्जी की शिकायत पहले से रही हो। अगर आप बच्चे को अधिक समय तक स्तनपान करवातीं हैं तो घबराएँ नहीं। यह बिलकुल भी गलत नहीं है। सच तो यह है की इससे बच्चे में एलर्जी होने की संभावना न्यूनतम हो जाती है।
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