चैस खेलने से क्या वाकई हो ...
शरीर को फिट रखने के लिए बच्चे व्यायाम और खेल-कूद का सहरा लेते हैं। लेकिन दिमाग का क्या। उसे भी फिट रखने के लिए उन्हें व्यायाम की जरूरत पड़ती है। दिमागी कसरत आपके बच्चे दिमाग की कार्यक्षमता में इजाफा करती है। कहा जाता है कि एक आम इन्सान अपने पूरे जीवनकाल में अपने दिमाग के केवल पांच छह प्रतिशत हिस्से का ही उपयोग कर पाता है, इस बात में तथ्यों कि कमी हो सकती है, लेकिन इतना जरूर कहा जा सकता है कि यदि अपने बच्चे के दिमाग की कसरत कराते रहें तो वे ज्यादा तेज सोच सकते हैं, और अपनी याद्दाश्त को भी सुधार सकते हैं। बच्चों के दिमागी विकास और उन्हें बुद्धिमान बनाने के लिए बच्चों के साथ छोटे-छोटे दिमागी खेल खेलें। पहले उन्हें विस्तार से खेल का तरीका बताएं फिर उनके साथ बच्चा बनकर ही खेलें और गलती होने पर उन्हें अवश्य बताएं।इसमें सबसे अच्छा खेल है चैस आइये जानते है बच्चो के चैस खेलने के फायदे
एकाग्रता और फोकस को बढाता है -- शतरंज का खेल खेलने वाले व्यक्ति की एकाग्रता और फोकस करने की छमता अन्य की तुलना मैं बहुत अधीक होती है और यदि यह खेल छोटी उम्र मे खेला जाए तो इसके परिडाम चमत्कारिक होते है ।
यह फैसले लेने की क्षमता का विकास करता -- शतरंज व्यक्ति के सोचने की छमताओ को एक नये आयाम पर ले जाता है तथा साथ ही शतरंज बच्चे के फैसले लेने की छमता का भी विकास करता है ।
प्लानिंग, विश्वास, अनुशासन सीखते है -- चेस खेलने से बच्चे अनुशासित बनते है और समय का सही उपयोज करना सीखते है ।
चेस खेलने से गणित और विज्ञान विषयों पर अच्छी पकड़ बनती है-- चेस खेलने से गणित की कैलकुलेशन करना बहूत सरल लगने लगता है एक रिसर्च की माने तो चेस खेलने वालो का गणित अच्छा होता है ।
चेस गहराई से सोचने और खोज करने की प्रवृत्ति को बढ़ाता है-- कल्पना का विकास होता है, जो भविष्य के बारे में सोचने की क्षमता को बढ़ाता है। क्या सही क्या गलत आगे क्या करना सही रहेगा, यह सोचते की क्षमता देता है ।
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