बच्चो को शुरू से आदत डाले ...
बच्चे हो या बड़े दूध का नाम सुनते ही उनका मुह बन जाता है |जब तक वो गोद में रहते है तब तो आप कैसे भी करे के उन्हें दूध पिला लेते है पर जैसे-जैसे बच्चे बड़े होते जाते हैं वे दूध पीना कम कर देते हैं या फिर बिलकुल पीते ही नहीं हैं| पर हमे उन्हें बचपन से ही दूध पिने की आदत डालनी चाहिए क्युकी बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास के लिए दूध बहुत जरूरी है, खासकर हड्डियों को मजबूत बनाने में दूध की भूमिका सबसे अहम होती है। लेकिन दूध के नाम पर बच्चे भागते हैं, और आप उसी दूध में कॉर्नफ्लेक्स, बोर्नवीटा और अन्य स्वादिष्ट और पौष्टिक चीज़ों का लालच देकर दूध पिलाने की कोशिश करती रहती हैं फिर भी वे दूध पीने से कतराते हैं।ऐसे बच्चों को दूध पिलाने के लिए इन तरीकों को आजमायें, फिर वे दूध पीने में आनाकानी नहीं करेंगे।
फ्लेवर्ड मिल्क-- कई बच्चे दूध सिर्फ इसलिए नहीं पीते हैं क्योंकि उन्हें सादे दूध का स्वाद नहीं पसंद आता है। इसलिए माता पीता को यह सलह दी जाती है कि वे अपने बच्चों को दूध में चॉकलेट या स्ट्रॉबेरी फ्लेवर मिला कर दूध पिलायें। इससे आपका बच्चा आसानी से दूध पीना शुरू कर देगा।बच्चा अगर दूध नहीं पी रहा है तो उसमें फल मिला कर उसका मिल्कशेक बना दें। यह और भी अच्छा होगा अगर आप इन शेक्स में बच्चों के पसंदीदा फल मिलाएंगे। इसे बच्चे बहुत चाव से पीयेंगे।
फेवरेट कार्टून के गिलास में पिलायें-- जब आपका बच्चा दूध पीने से मना करें तो उसे सुंदर और डिजाइनर गिलास में दूध देना शुरू कर दें। इससे गिलास की खूबसूरती को देख कर वह दूध पर ध्यान नहीं देगा और दूध पी लेगा। आप चाहें तो बाजार से कार्टून वाली ग्लास में भी दूध पिला सकती है। अपने कार्टून की खातिर अक्सर बच्चे दूध पीने में नाटक नहीं करते है।
कोल्ड मिल्क-- एक गिलास ठंडा दूध लें और उसमें रोज मिल्क एसेंस और चीनी मिलाएं। फिर इसमें कटे हुए बादाम ओर काजू डाल कर अच्छी तरह से मिक्स करें। अब इसे कटी हुई स्ट्रॉबेरी डाल कर बच्चों को सर्व करें।रोज मिल्क में कैल्शिम काफी सारा होता है जिससे हड्डियां और दांत मजबूत बनते हैं।
दूध अगर न पचता हो तो-- अगर आपके बच्चे को दूध पीने के बाद हजम नहीं हो पाता।पेट फूलने या फिर पेट खराब होने की समस्या से जूझना पड़ता है।तो आप उन्हें हल्दी वाला दूध पिलाये ,हल्दी वाला दूध एक शक्तिशाली एंटी-सेप्टिक होता है। यह आंतों को स्वस्थ बनाने के साथ पेट के अल्सर और कोलाइटिस के उपचार में भी मदद करता है। इसके सेवन से पाचन बेहतर होता है और अल्सर, डायरिया और अपच की समस्या नहीं होती है। दूध में कैल्शियम और हल्दी में एंटीऑक्सीडेंट की मौजूदगी के कारण हल्दी वाला दूध पीने से हडि्डयां मजबूत होती है और साथ ही शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती है।
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